Drone Attack: हूती विद्रोहियों ने लगातार दो दिन भारत से जुड़े जहाजों को निशाना बनाया है। रविवार सुबह लाल सागर में एक और तेल ले जा रहे जहाज को निशाना बनाने की खबर सामने आई है, जिस पर भारत का झंडा लगा हुआ था। जहाज पर ड्रोन से हमला किया गया था, जिसके बाद समीप क्षेत्र में मौजूद एक अमेरिकी युद्धपोत को खतरे का सिग्नल भेजा गया। पूरी घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं मिली है। पूरे मामले पर अमेरिकी सेना सतर्क हैं।
भारत के 'एमवी साईबाबा' जहाज पर हमला
अमेरिकी सेना की तरफ से बताया गया कि एक साथ दो जहाजों की ओर से हमले से घिरे होने की सूचना मिली थी। इनमें से एक नॉर्वे के झंडे वाला केमिकल टैंकर 'एमवी ब्लामानेन' था। वहीं, दूसरा भारत के झंडे वाला 'एमवी साईबाबा' था। नॉर्वे वाला तो बच गया लेकिन भारत वाला ड्रोन की जद में आ गया।
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शनिवार को केमिकल टैंकर पर हुआ हमला
इससे पहले शनिवार (23 दिसंबर) को जापान के स्वामित्व वाले एक केमिकल टैंकर पर अरब सागर में भारत के नजदीक ड्रोन हमला हुआ था। अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन ने दावा किया कि यह ड्रोन हमला ईरान से किया गया था। इस दावे से पहले इस हमले का शक भी हूती विद्रोहियों पर ही जा रहा था।
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भारतीय नौसेना ने मजबूत की सुरक्षा
गौरतलब है कि हाल के समय में अरब सागर और हिंद महासागर में कई जहाजों को हूती विद्रोहियों ने टारगेट किया है। इन सब के बीच भारतीय नौसेना की तरफ से एक एयरक्राफ्ट टैंकर की सुरक्षा के लिए रवाना किया गया है। साथ ही भारतीय तटरक्षक बलों के जहाज आईसीजीएस को भी भेजा गया है।