सिनेमा के सितारों की ख़ूबसूरती देख कर आपके भी मन में ख्याल आता है न की काश हम भी ऐसे होते? आज की भाग-दौड़ से भरी जिंदगी में जहां एक ट्रेन पकड़ना मुश्किल है वहा अपनी फिटनेस बनाए रखना तो भूल ही जाओ। विराट और दीपिका के सपने तो याद रहते है पर अपनी व्यस्त जिंदगी में हम अपनी सेहत का ध्यान नहीं रख पाते है।
अपने मोटापे से परेशान होकर हम शरीर पर ज्यादा ज़ोर डालते है। जिससे सेहत को नुकसान पहुंचता हैं। ऐसे में हमे जरुरत होती है एक रेंचो की जो आल इज वेल बोले और सब ठीक हो जाए। इसलिए मोर्निंग न्यूज़ इंडिया हमेशा ही पूरी रिसर्च कर के आपके लिए कुछ लाता है।
अपने सीनियर्स की डाट से भरी व्यस्त जिंदगी में हमे समय नहीं मिल पाता है कसरत करने के लिए। जिस कारण हम अपने आप को फिट नहीं रख पाते है। सेल्फ लव बहुत जरूरी होता है इसलिए हम यहा आपको कुछ एक्सरसाइज बता रहे है जिन्हें प्रतिदिन कर आप फिट व तंदरुस्त रख सकते हो।
कैसे हो सकता है रस्सी कूदना फायदेमंद
जो लोग मोटे होते है अक्सर देखा गया है की उनके हाथ पैर और पेट भारी होने कारण वे काफी समस्याओं का सामना करते नज़र आते है।
- रस्सी कूदने से हाथ, पैर और तोंद की चर्बी घटती है।
- यह हमारी मासपेशीयों पर भी असर करता है।
- एक जॉच में सामने आया है की रस्सी कूदने से फेफडों से जुडी समस्याओं में भी कूछ हद तक कम किया जा सकता है।
- प्रतिदिन दो बार यानी सुबह और श्याम के समय रस्सी कूदने से हृदय रोग में भी काफी सुधर आता है।
- कोमप्लेन के अलावा रस्सी कूदना भी हड्डियों को मजबूत करने में लाभकारी साबित हो सकता है।
- केमीकल वाले पाउडर के बिना शारीर का स्टैमिना बढ़ता है जिस्से रोज़ का काम करने में फुरती आती है।
क्यो जरुरी है पैदल चलना
टी.वी. सीरियल में जब सांस-बहु झगड़ते है तो हम भी कोकीला बन जाते है। इसलिए जब आप थोडी देर खुली हवा में टहलते है तो आपके मस्तिष्क को भी आराम मिलता है। दुसरी भाषा में कहें तो दिमाग शांत होता है। अपने रोज़ की दिनचर्या से थका हुआ आपका दिमाग, खुली हवा में ज्यादा अच्छे से काम करने लगता है।
खाने के बाद थोड़ी देर टहलने से शारीर को पाचन प्रक्रिया में मदद मिलती है।
- रोजाना आधे घंटे पैदल चलने से शारीर में रक्त संचार बढ़ता है।
- शारीर की नसे एक्टिव रहती है और शरीर के सारे अंग ठीक से काम करते है।
खास तोर पर पैदल चलना वृद्ध व्यक्तियों के लिए लाभकारी साबित होता है। क्योकिं उम्र के उस पड़ाव पर अपनी सेहत का ध्यान रखना सबसे ज्यादा जरुरी होता है। मगर वे और कोई एक्सरसाइज न कर पाने के कारण अपनी सेहत का ख्याल नहीं रखते है। जिस वजह से उनके खाना पीने के खर्चे से ज्यादा उनकी दवाईयों का होता है। ध्यान देने वाली बात यह है की इतनी दवाईया खाने का कोई असर भी नहीं होता है।
कैसे बनेगी सेहत दौडने से
अपनी सेहत बनाने के लिए आज के युवा रनिंग या जॉगिंग पर ज्यादा ध्यान देते है जो की गलत नहीं है।
- एक रिसर्च के दौरान सामने आया है की रोज़ दौड लगाने से हाथ पेरो की मसल्स मजबूत होती है।
- शारीर में लचीला पन आता है।
- भागना या दौड़ना शारीर में तेज़ी और फुर्ती को बढ़ाता है। जिस कारण शारीर का रक्त संचार बढ़ता है और वजन कम होने साथ-साथ शारीर के बाकि अंग भी तंदुरस्त हो जाते है।
क्या बचपन में चलाई है साईकल
छोटे बच्चे जो रोज़ साइकिल चलाते है वे सबसे ज्यादा स्वस्थ होते है। इसलिए हमे अपनी तंदुरस्ती के लिए साइकिल चलानी चाहिए।
- यह केवल वजन कम करने में ही नहीं बल्कि कद बढ़ाने में भी लाभकारी साबित होता है।
- साईकल चलाने से पैर भी मजबूत होते है और शरीर को पूर्णत् स्वस्थ भी करता है।
क्यो नरेंद्र मोदी भी करते है योगा
योगा एकमात्र एसी कसरत है जो शरीर का केवल वजन घटाने के लिए नहीं बल्कि शारीर को जवां रखने के लिए भी की जाती है।
- नित्य नियम से जो योग करता है उसके शारीर में काफी बीमारियों से रहत होती है।
- अगर किसीको कोई पीड़ा हो तो वो भी ख़त्म हो जाती है।
- योग के अलग-अलग आसन शारीर को लचीला रखते है और वजन के साथ-साथ शारीर पर झुर्रिया नहीं पड़ने देते है।
गलत तरीके से आप अपने शरीर को कोई हनी पहुचाएं उससे पहेले किसी योग विशेषज्ञ से योग सीखे। उसके बाद ही घर पर करना शुरू करे। योग आपके शारीर को स्वस्थ रख कर आपकी आयु बढ़ाता है।
जरुर पढ़े
शरीर की तंदुरस्ती के लिए चाहे कोई भी एक्सरसाइज करे उसे रोज़ व नियमानुसार करना जरुरी होता है। अपने शरीर पर पहले दिन ज्यादा ज़ोर न डाले वरना दर्द या पीड़ा का सामना करना पड़ सकता है।
अपने शरीर को मजाक में न ले। जीवन भर अगर परिवार साथ न दे तो चल जाएगा। लेकिन अगर शरीर ने साथ छोड़ दे तो नहीं चलेगा। रिश्तेदार चाहे एक दिन वापस भी आ जाए मगर शरीर एक बार ख़राब हुआ तो फिर गोलियों के भरोसे ही चलेगा।