Gautam Adani News: उधोगपति गौतम अडानी मुंबई और एशिया की सबसे बड़ी झुग्गी बस्ती धारावी की काया पलटने वाले है। इस बस्ती के रिडेवलमेंट का काम उन्हीं की कंपनी को मिला है। अडानी ग्रुप ने इसके लिए अब प्लानिंग और डिजाइनिंग के लिए ग्लोबल टीमों को हायर करना शुरू कर दिया है। ग्रुप ने अमेरिका की डिजाइनिंग कंपनी Sasaki, ब्रिटेन की कंसल्टेंसी फर्म Buro Happold और आर्किटेक्ट हफीज कॉन्ट्रैक्टर के साथ हाथ मिलाया है।
धारावी रिडेवलमेंट प्रोजेक्ट के लिए सिंगापुर के विशेषज्ञों को भी प्रोजेक्ट टीम के साथ जोड़ा गया है। कंपनी के कांट्रेक्टर ने हाल ही में एक मीडिया इंटरव्यू में बताया कि मुंबई का धारावी दुनिया में ऐसा शो पीस होगा, जिसकी कल्पना भी कभी किसी ने नहीं की होगी।
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रिडेवलमेंट के बाद ऐसा दिखेगा धारावी
मुंबई में रहने वाले आधे से ज्यादा लोग झुग्गियों में निवास करते हैं। अडानी ग्रुप धारावी में फ्यूचर में मलिन बस्तियों का पुनर्विकास करने के लिए एक रोडमैप तैयार करेगा। इससे पता चलेगा कि हजारों लोगों के जीवन और उनके काम करने के तरीके, उनके रहने की स्तिथि को किस तरह बदला जा सकता है।
धारावी रिडेवलमेंट प्रोजेक्ट की सफलता से धारावी के लोगों को सूरज की रोशनी और पर्याप्त वेंटिलेशन वाले घर मिलेंगे। साथ ही गार्बेज मैनेजमेंट, कमर्शियल एक्टिविटी के लिए अच्छी और बड़ी जगहें मिलेंगी। साथ ही बेहतर दुकानें धारावी के लोगों को मिल सकेंगी।
अडानी ग्रुप के सामने कई छोटी विनिर्माण इकाइयों, मिट्टी के बर्तन, चमड़े और आभूषण उद्यमियों को जगह देने की चुनौती रहेगी। हर किसी को उचित जगह और सुविधाएं देना बड़ी चुनौती रहेगी। शौचालयों की वॉटरप्रूफिंग और गार्बेज डिस्पोजल के लिए नए और मजबूत सिस्टम बनाये जाएंगे।
धारावी के पुनर्विकास के बाद रहने वाले लोगों की क्वालिटी में सुधार लाना सबसे बड़ा उद्देश्य होगा। इस प्रोजेक्ट को सिंगापुर प्रेरणा का काम करेगा। 1960 के दशक में सिंगापुर की स्थिति भी आज की धारावी बस्ती की तरह ही थी, लेकिन आज सिंगापुर पूरी दुनिया के लिए एक उदाहरण बन चुका है।
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अभी क्या है धारावी की स्तिथि
बताया जाता है कि धारावी में 8.5 लाख से अधिक लोग निवास करते है। यहां प्रति वर्ग किमी में 354,167 लोगों का बसेरा है। यह दुनिया की छठी सबसे घनी बस्ती मानी जाती है। इसमें गुजरात, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, राजस्थान, महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश के लोग शामिल है।