अयोध्या के भव्य राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले सभी तैयारियों को लेकर जबरदस्त योजना बनाई जा रही है। इस आयोजन को भव्य रूप देने में किसी प्रकार की कमी नहीं रखी जाएगी और अब राम मंदिर की सुरक्षा की कमान को लेकर बड़ा फैसला किया गया है। राम मंदिर की सुरक्षा सुप्रीम कोर्ट के आदेश के हिसाब से हो रही थी लेकिन अब up police मंदिर परिसर की सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालेगी। यूपी पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स यह जिम्मेदारी CRPF से लेगी।
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सीआरपीएफ की विदाई
1992 में बाबरी ढांचे के विध्वंस के बाद Supreme Court के आदेश के अनुसार राम जन्मभूमि स्थल पर सीआरपीएफ को सुरक्षा का जिम्मा सौंपा गया था। लेकिन अब इस मामले को लेकर विवाद खत्म हो गया है और 22 जनवरी को रामलला की ‘प्राण प्रतिष्ठा’ समारोह से पहले यूपी पुलिस को इसकी जिम्मेदारी दी गई है। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद से यूपी स्पेशल सुरक्षा बल मंदिर में सुरक्षा कवर को लेकर पूरी योजना बनाएगा। यूपी स्पेशल टास्क फोर्स को ट्रेन्ड कर दिया गया है और यह मंदिर परिसर की सुरक्षा सहित सभी सुरक्षा कर्तव्यों को संभालेगी।
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पांच आतंकवादियों को मारा
CRPF ने 2005 में पांच आतंकवादियों को मार गिराकर रामजन्मभूमि स्थल पर आतंकवादी हमले को नाकाम कर दिया था। लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने 2019 में राममंदिर-बाबरी मस्जिद विवाद का निपटारा करते हुए ऐतिहासिक फैसला सुनाया। विवादित स्थल पर राम मंदिर का निर्माण होगा और मस्जिद के निर्माण के लिए पांच एकड़ का भूखंड यूपी सरकार मस्जिद के लिए दूसरी जगह उपलब्ध कराएगी।
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सुरक्षा बड़ा मुद्दा
राम मंदिर जीतना विशाल होगा उसकी सुरक्षा करना भी इतना ही कठिन होगा। सुरक्षा अगर कड़ी नहीं होगी तो किसी अनहोनी घटना होने में ज्यादा देर नहीं लगेगी और इसी वजह से up police को इसकी जिम्मेदारी दी गई है। इस मंदिर में हर दिन 1 लाख से 5 लाख राम भक्तों के आने का दावा किया जा रहा है जो किसी मेले की भीड़ से कम नहीं होगा। इन सभी लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह फैसला किया गया है।