2 जनवरी 2024 को गुरुग्राम के एक होटल में दिव्या पाहुजा का मर्डर हो गया। इस हत्याकांड में होटल के मालिक को मुख्य आरोपी बनाया गया है लेकिन अभी तक दिव्या की लाश बरामद हुई है और न ही उसका मोबाइल मिला है। पुलिस को सीसीटीवी फुटेज और कुछ गवाह मिले जिसके आधार पर वह इस चर्चित मर्डर मिस्ट्री से पर्दा उठने का प्रयास कर रही है। दिव्या की कहानी किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है और इसके चलते आज उसकी हर जगह चर्चा हो रही हैं। दिव्या 16 साल की उम्र में ही मॉडलिंग की दुनिया में कदम रखा और 18 साल की उम्र में उसे गैंगस्टर संदीप गडोली के फर्जी एनकाउंटर में मुंबई पुलिस ने गिरफ्तार किया।
बचपन में ही तय किया बहुत पैसा कमाऊंगी
दिव्या बचपन से ही बहुत महत्वाकांक्षी थी और उसके सपने बहुत बड़े थे। विकलांग पिता की आमदनी कम होने के बाद भी बहुत ज्यादा पैसे खर्च करने की बात करती थी। स्कूल के दिनों में ही उसने तय कर लिया था कि वह मॉडल बनकर पैसा कमाएगी। स्कूल के दौरान एंकरिंग का काम मिला और वह छोटी-मोटी पार्टियों में एंकरिंग करने लगी। दिव्या पार्टियाें में जाती थी और इस दौरान उसकी मुलाकात गुरुग्राम के कुख्यात गैंगस्टर संदीप गडोली से हो गई। दोनों की मुलाकात का दौर शुरू हो गया और संदीप ने प्रपोज किया तो दिव्या ने एक्सेप्ट कर लिया।
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हरियाणा पुलिस का एनकाउंटर
मुंबई पुलिस के अनुसार गुरुग्राम पुलिस ने एक हनी ट्रैप प्लान बनाकर एनकाउंटर की साजिश रची। पुलिस ने इसके लिए मॉडल दिव्या का नाम तय किया। पुलिस ने दिव्या को संदीप से मिलवाया और उसे प्यार के जाल में फंसवाया। संदीप को मुंबई के अंधेरी स्थित एयरपोर्ट मेट्रो होटल में बिना हथियार बुलाया और इसके बाद उसका फर्जी एनकाउंटर कर दिया और दिव्या को भगा दिया।
7 साल जेल में रही दिव्या
मुंबई पुलिस ने जब जांच शुय की तो सबसे पहले दिव्या को गिरफ्तार किया। पिछले साल दिव्या ने बॉम्बे के सेशन कोर्ट में अपील की थी। दिव्या ने जेल से एक पत्र लिखा जिसमें उसने कहा कि गैंगस्टर संदीप ने उसे धमकी दी थी कि अगर वो साथ नहीं गई तो उसके परिवार का अपहरण कर लेगा। इसके कारण उसने हरियाणा पुलिस की मदद की। अब मुझे अपना जीवन संवारने के लिए जमानत पर रिहा कर दिया जाए। इसके बाद कोर्ट ने दिव्या को जमानत दे दी।
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दिव्या पाहुजा की मर्डर मिस्ट्री
2 जनवरी की रात दिव्या होटल सिटी पाॅइंट में होटल व्यापारी अभिजीत सिंह के साथ थी। अभिजीत ने पुलिस को बताया कि दिव्या के पास उसके कुछ अश्ललील तस्वीरें और वीडियो थे, जिसके कारण वह उसे ब्लैकमेल करती थी। उसने पहले तो कुछ रुपए दिए, लेकिन इस बार वो बहुत बड़ी रकम मांग रही थी। इसी वजह से वह दिव्या के साथ होटल में गया था। दिव्या ने उसने वीडियो देने से मना कर दिया तो गुस्से में दिव्या के सिर में गोली मार दी।
दो दोस्तों की मदद से लाश को लगाया ठिकाने
हत्या के बाद अभिजीत ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर लाश को ठिकाने लगाने की योजना बनाई। उसकी लाश को अपनी कार में रखवाया जिसका वीडियो CCTV फुटेज भी बरामद किया है। लाश को ठिकाने लगाने के लिए 10 लाख रुपए भी दिए। पुलिस को दिव्या की लाश नहीं मिली है लेकिन उसका अनुमान है कि लाश को पंजाब की घग्गर नदी में फेंका गया है।
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दिव्या की बहन ने किया खुलासा
दिव्या की मर्डर की कहानी किसी को पता नहीं चलती लेकिन उसके बहन नैना ने पुलिस में शिकायत की वह अभिजीत सिंह से मिलने गई थी। लेकिन इसके बाद उसकी बात नहीं हुई और फोन भी बंद आ रहा है। इसके बाद वह अभिजीत के होटल गई तो उसके साथ आखिरी बार देखी गई। इसके बाद जब बहन का पता नहीं चला तो उसने पुलिस को बुलाया तो तलाशी के दौरान मेरी दिव्या की अंगूठी, ब्लेजर, डेबिट कार्ड के साथ अन्य सामान मिला। पुलिस ने अभिजीत से सख्ती से पूछताछ की तो उसने अपना अपराध कबूल कर लिया।