राजस्थान में विधानसभा चुनावों को लेकर राजनीतिक पार्टियां एक्टिव है। सभी पार्टियां खुद को मजबूत करने के लिए पार्टी के सदस्यों को खुश करने में लगी हुई है। हाल ही में कांग्रेस ने राजस्थान में पार्टी का विस्तार किया। कई नेताओं को बड़ी जिम्मेदारी दी गई। वहीं बीजेपी में भी चल रहे विवाद को चुनावों से पहले खत्म करने की कोशिश में है। विधानसभा चुनावों में पूर्व सीएम वसुंधरा राजे की भूमिका को लेकर हलचल शुरु हो गई है। हालांकि राजस्थान में इस बार पीएम मोदी के चेहरे से चुनाव लड़ा जाएगा लेकिन राज्यसभा के पूर्व सांसद रामनारायण डूडी ने वसुंधरा राजे का समर्थन करते हुए सीएम के चेहरे की मांग की है।
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सीएम चेहरे पर वसुंधरा राजे को लाने की मांग
रामनारायण डूडी जोधपुर के भोपालगढ़ विधानसभा क्षेत्र की देवरी धाम में बीजेपी की बूथ सशक्तिकरण कार्यशाला में गए। वहां उन्होनें वसुंधरा राजे का खुलकर समर्थन किया और कहा कि राजस्थान के सीएम के चेहरे के तौर पर वसुंधरा राजे को लाना चाहिए। अगर नेतृत्व सक्षम होगा तो ही सरकार बनेगी। उन्होनें राजे के शासन काल की उपलब्धियों को गिनाते हुए कहा कि 2003 में वसुंधरा राजे की बदौलत ही 121 सीटों के साथ बीजेपी को जीत दिलाई थी।
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बिंद के बिना बरात किसकी ले जाएं
डूडी ने कहा कि जैसे लोकसभा में मोदी के चेहरे से सीटें आती है। वैसे ही राजस्थान में भी कोई सक्षम चेहरा होना जरूरी है। अभी बीजेपी बिना दुल्हे की है। बीजेपी में कोई बिंद ही नहीं है तो बरात किसकी लेकर जाएं। बिंद आगे होगा तभी बरात पीछे-पीछे चलेगी।