जयपुर। अब लाल सागर का पानी खून से लाल होने वाला है क्योंकि UK और US हूती का सफाया करने में लगे हैं। दरअसल, लाल सागर में कारोबारी जहाजों पर यमन के हूती लड़ाकों ने अब तक का सबसे बड़ा हमला किया है। इस हमले से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) हरकत में आ चुकी है। इसके तहत UNSC ने एक प्रस्ताव पास कर लाल सागर में यमन के हूती लड़ाके से तुरंत हमला रोकने को कहा है। UNSC का यह प्रस्ताव ऐसे समय में आया है जब अमेरिका और ब्रिटेन ने हूती लड़ाकों पर सख्त एक्शन लेने का संकेत दिया है। इस एक्शन की आंच ईरान तक पहुंच सकती है।
UNSC ने पास किया ये प्रस्ताव
UNSC में पास किए गए प्रस्ताव में वैश्विक व्यापार में बाधा उत्पन्न करने वाले और नेविगेशनल अधिकारों और स्वतंत्रता के साथ-साथ क्षेत्रीय शांति और सुरक्षा कमजोर करने वाले हूती लड़ाकों के सभी हमलों को तुरंत प्रभाव से रोकने के लिए कहा गया है। इस प्रस्ताव में यह भी कहा गया है कि 19 नवंबर, 2023 को हूतियों ने हमला किया और गैलेक्सी लीडर और उसके चालक दल को जब्त किया था। फिर भी व्यापारी और वाणिज्यिक जहाजों पर कम से कम 2 दर्जन बार किए गए हूती हमलों की कड़े शब्दों में निंदा करता है। संयुक्त राष्ट्र ने इससे पहले भी कहा था की वो न केवल हालात की वजह से बल्कि वैश्विक व्यापार पर पड़ने वाले जोखिमों की वजह से भी लाल सागर की स्थिति के बारे में बहुत चिंतित है। हूतियों को लाल सागर तब से लेकर अब तक ये हमले जारी हैं।
यह भी पढ़ें : राममयी हुआ नेपाल, मिला 57 साल पुराना श्रीराम-सीता का डाक टिकट
अमेरिका और ब्रिटेन की सैन्य कार्रवाई
लाल सागर में हूती के इस सबसे बड़े हमले के बाद अमेरिका और ब्रिटेन ने सख्त रूख अपनाने के लिए कहा है। इन देशों ने कहा कि यमन में लाल सागर नौवहन मार्ग पर अपने जहाजों पर सबसे बड़े हमले को नाकाम करने के बाद हूती विद्रोहियों के खिलाफ सैन्य कार्रवाई बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है। ब्रिटिश और अमेरिकी युद्धपोतों और जेट विमानों ने लाल सागर में ईरान समर्थित हूती ग्रुप द्वारा लॉन्च किए गए 21 ड्रोन और मिसाइलों को मार गिराया था।
यह भी पढ़ें : टूरिज्म नहीं टेररिज्म का अड्डा है मालदीव, ISIS में सबसे ज्यादा भर्तियां
लाल सागर में इसलिए हमले कर रहा हूती
लाल सागर में हमलों को लेकर हूतीयों का कहना है कि उन्होंने इजराइल को मदद पहुंचा रहे एक अमेरिकी जहाज को निशाना बनाया था। हूती विद्रोहियों ने यह दावा किया है कि उन्होंने गाजा में युद्ध के दौरान IDF द्वारा की गई कार्रवाइयों के विरोध में इजराइल से जुड़े व्यापारिक जहाजों पर हमले किए हैं। हूती लड़ाकों के मुताबिक जब तक इजराइल गाजा में युद्ध बंद नहीं करता तब तक वे समुद्र में कारोबारी जहाजों पर हमले जारी रखेंगे।