मुफ्त 5जी इंटरनेट और दबाकर मिल रहे डाटा के कारण इन दिनों भारत में मोबाइल पर वीडियोज देखने का चलन चल पड़ा है। एक ज़माना था जब हमारे देश में
लोग यूट्यूब पर एचडी वीडियो देखने के लिए तरस जाया करते थे। लेकिन अब हालात और जज़्बात दोनों बदल चुके है।
लोग आजकल वीडियोज या मूवीज डाउनलोड करने के बजाय ऑनलाइन ही देखना पसंद करते है।
लेकिन आज भी दूर दराज के इलाकों में इंटरनेट कनेक्टिविटी को लेकर कई तरह की समस्याएं मौजूद है।
साल 2024 में आपकी इस समस्या का हल भारत सरकार ने खोज लिया है।
जी हां डाइरेक्ट टू होम यानी डीटीएच की तरह ही अब मोबाइल के लिए भी बिना इंटरनेट के वीडियोज देखने के लिए
जल्द ही भारत में डाइरेक्ट टू मोबाइल टेक्नोलॉजी लॉंच होने जा रही है।
यह भी पढ़ें: फिंगरप्रिंट-फेस अनलॉक भूल जाओ, अब सांस लेने से अनलॉक होंगे स्मार्टफोन
क्या है यह D2M टेक्नोलॉजी
जिस तरह से डीटीएच के द्वारा हम घर बैठे सैटेलाइट के माध्यम से टीवी चैनल देख पाते है, ठीक उसी तरह डीटूएम तकनीक के जरिये
सीधे आपके मोबाइल पर बिना इंटरनेट के आप वीडियोज देख पाने में सक्षम हो सकेंगे। D2M ब्रॉडकास्टिंग टेक्नोलॉजी को लेकर
भारत सरकार की ओर से कहा गया है कि इसे इस साल के अंत तक सभी के लिए उपलब्ध करा दिया जाएगा।
यानी मोबाइल पर बिना इंटरनेट वीडियोज और अन्य मल्टीमीडिया कंटेंट देखे जा सकेंगे। बात करे कि यह काम कैसे करेगा तो D2M तकनीक के लिए
आपका मोबाइल फोन डीटीएच के सेटअप बॉक्स की तरह काम करेगा। सीधी बात करे तो सभी मोबाइल ब्रांड्स
को अपने फोन में एक D2M एंटीना देना होगा जो कि इस तकनीक के सिग्नल पर काम कर सके।
यह भी पढ़ें: डीपफेक वीडियो बनाने वालों का होगा बुरा अंजाम, भारत सरकार बदलेगी आईटी नियम
इसके क्या फायदे होंगे
डायरेक्ट टू मोबाइल ब्रॉडकास्टिंग तकनीक की मदद से आप अपने स्मार्टफोन में बिना इंटरनेट के वीडियोज देख पायेंगे।
इस तकनीक से देश के दूर दराज और पर्वतीय इलाको के यूजर्स भी अपने मोबाइल पर एचडी वीडियोज देख सकेंगे।
ऐसे दुर्गम इलाके जहां इंटरनेट की पहुंच नहीं है, वहां डीटूएम के जरिये लोग अपने मोबाइल पर वीडियोज देख पायेंगे।
फिलहाल इस तकनीक के साथ एक बड़ी दिक्कत यह है कि इस वक्त जो फोन बाजार में मौजूद हैं, उनमें यह सपोर्ट नहीं करेगी।
इसके लिए अब देशभर में मोबाइल कंपनियों को D2M सपोर्ट वाले नए स्मार्टफोन भी लॉन्च करने होंगे।
एक रिपोर्ट के मुताबिक D2M का कई शहरों में परीक्षण चल रहा है। विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) के सचिव अभय करंदीकर ने अपने
एक बयान में कहा कि हमें D2M को पूरी तरह से लॉन्च करने से पहले तमाम शहरों में इसका ट्रायल करना होगा।
कुल मिलाकर जल्द ही हम अपने मोबाइल पर बिना इंटरनेट के वीडियोज देख सकेंगे।