कहावत है कि जैसा बोओगे वैसा काटोगो। पड़ोसी मुल्क़ पाकिस्तान आतंकवादियों की पनाहगाह है यह बात पूरी दुनिया जानती है, फिर भी पाकिस्तान दोगली ज़बान बोलता है, और हमेशा आतंक को बढ़ावा देता है। लेकिन इस बार उसको उसके ही पड़ोसी मुल्क़ ईरान ने उसी की ज़बान में जवाब दिया है। दरअसल ईरान ने मंगलवार रात पाकिस्तान के बलूचिस्तान में सुन्नी आतंकी संगठन ‘जैश-अल-अदल’के ठिकानों पर मिसाइल और ड्रोन से हमला किया है। इस बात की जानकारी ईरान की सरकारी न्यूज एजेंसी IRNA ने दी है। हालांकि जानकारी देने के कुछ देर बाद न्यूज एजेंसी ने यह खबर अपनी वेबसाइट से फौरन हटा दी।
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अब क्या होगा?
ईरान एक शिया देश है, जबकि पाकिस्तान सुन्नी देश है। ऐसे में आने वाले वक्त में यह मामला धार्मिक राजनीति की तरफ भी रुख़ मोड़ सकता है। देर रात करीब 2 बजे पाकिस्तान की तरफ से इस मामले में पहला रिएक्शन सामने आया है। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने कड़े शब्दों में ईरान को चेतावनी देते हुए कहा है कि ईरान ने हमारे एयरस्पेस का उल्लंघन किया है। इस दौरान दो बच्चे मारे गए, जबकि तीन लड़कियां घायल हुईं। पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने कहा है कि ईरान को इस एयर स्ट्राइक के गंभीर नतीजे भुगतने पड़ेंगे।
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इस हमले का मकसद क्या है?
ईरान के मुताबिक उसने यह हमला पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन जैश अल-अदल के ठिकाने पर किया है। जैश अल-अदल, या "न्याय की सेना", 2012 में स्थापित एक सुन्नी आतंकवादी संगठन है, जिसका संचालन पाकिस्तान से होता है। यह संगठन ईरान का कट्टर विरोधी है। यह ईरान की सीमा में घुसकर कई बार वहां की सेना पर हमले और बमबारी करता रहा है। यही वजह है कि आतंक के आका को ईरान ने इस बार उसी की भाषा में उत्तर दिया है।