इस बार आरबीआई ने मार्केट को राहत भरी खबर दी है। जहां अनुमान लगाया जा रहा था कि इस साल की एमपीसी की बैठक में 0.25 प्रतिशत की बढ़ोतरी कर सकती हैं वहीं आरबीआई के एक फैसले से सब हैरान है। इस बार RBI ने रेपो रेट में इजाफा नहीं करने का फैसला किया है। पिछली 6 बार से लगातार रेपो रेट में बढ़ोतरी की जा रही थी। इस बार इसे अपरिवर्तित किया गया है। RBI के इस बार महंगाई दर व विकास दर के अनुमानों से बाजार सरप्राइज है।
गुरुवार 6 अप्रैल को रिजर्व बैंक गवर्नर शक्तिकांत दास ने वित्त वर्ष 2024 की पहली मौद्रिक पॉलिसी का ऐलान किया। जिसमें 6 बार से रेपो रेट में हो रही बढ़ोतरी पर रोक लगाई गई। इस बार फरवरी में जो अंतिम रेपो रेट 6.50% थी अब भी उसी पर बनी रहेगी। बता दें कि RBI ने 2022-23 के वित्त वर्ष में कुल 6 बार ब्याज दरों में बढ़ोतरी की है। जिससे अब तक 2.50 प्रतिशत का इजाफा हो चुका है।
पिछले वित्त वर्ष की 6 बार बढ़ाई गई ब्याज दरें
मीटिंग | तारीख | रेपो रेट |
पहली | अप्रैल | रेपो रेट 4% पर स्थिर |
दूसरी | 2-3 मई | रेपो रेट 0.40% बढ़ाकर 4.40% |
तीसरी | 6-8 जून | रेपो रेट 0.50% बढ़ी, 0.40% से 4.40% हुई |
चौथी | अगस्त | रेपो रेट 0.50% बढ़कर 5.40% पर पहुंची |
पांचवी | सितंबर | रेपो रेट 6.25% पर पहुंची |
छठी | फरवरी | रेपो रेट 6.25% से बढ़ाकर 6.50% हुई |