Iran Khyber Shikan Medium Range Ballistic Missile: इराक और सीरिया के बाद ईरान ने मंगलवार को पाकिस्तान पर हमला किया। इसी के साथ ईरान ने अरब क्षेत्र से युद्धघोष कर दिया है। विश्व शक्ति बन चुके अमेरिका ने भी सीरिया से अपने सैन्य ठिकाने खाली करने शुरू कर दिए हैं। बताया जा रहा है कि अमेरिका समेत अन्य देश ईरान की एक खास मीडियम रेंज बैलिस्टिक मिसाइल 'खैबर शिकन' से घबरा रहे है। यह मिसाइल एक बड़ा खतरा है।
ईरानी मिसाइल पावर बनी खतरा
अमेरिका समेत इराक-सीरिया और पाकिस्तान भी ईरानी मिसाइल पावर से डरे हुए है। ईरान द्वारा तीन देशों पर किये गए सीधे हमले अमेरिका को चुनौती देने के बराबर है। 16 जनवरी यानी सोमवार को ईरान ने इराक और सीरिया पर मिसाइल हमले कर इरबिल में 10 ठिकाने और सीरिया अलप्पो में तबाही की थी।
17 जनवरी यानी बुधवार को ईरान ने पाकिस्तान के कब्जे वाले बलूचिस्तान पर मिसाइल हमले किए। उसने पाकिस्तान में सुन्नी आतंकी संगठन जैश अल अदल के ठिकानों पर पर ताबड़तोड़ वार किये। इस आतंकी संगठन को ISIS का समर्थन प्राप्त है। ईरान का कहना था कि उनकी कार्यवाही आतंक के खिलाफ थी।
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मिसाइल 'खैबर शिकन' की खासियत?
ईरान की 'खैबर शिकन' मीडियम रेंज बैलिस्टिक मिसाइल है। इसे 2020 से बनाना शरू हुआ था। 2022 में इसे ईरानी फोर्सेज के सर्विस में शामिल किया गया। इसकी रेंज 1 हजार 4 सौ 50 किलोमीटर तक है। वजन 4.5 टन है। लंबाई साढ़े दस मीटर हैं। विस्फोटक ले जाने की क्षमता 500 किलोग्राम तक है।
मिसाइल का इंजन सॉलिड फ्यूल से चलता है। इसे लॉन्च करने में काफी कम समय लगता है। यह हमले से बचने के लिए अपना रास्ता बदलकर टारगेट की तरफ जाने की क्षमता रखती है। ईरान ने अमेरिकी और इजराइली ठिकानों पर हमले कर खुद को अरब की सुपर पावर के तौर पर दर्शा दिया है।