Ramlala First Parakram Diwas 2024: अयोध्या के राम मंदिर में 'रामलला' गर्भगृह में विराजित हो चुके है, लेकिन अब सिर्फ प्राण-प्रतिष्ठा शेष हैं। पांच वर्षीय रामलला भव्य मंदिर में विराजित होने के बाद अपना पहला 'पराक्रम दिवस' 23 January को मनाएंगे। इस दिन क्रांतिकारी देशसेवक नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती (Netaji Subhash Chandra Bose Jayanti) है। भारत सरकार नेताजी की जन्मतिथि को 'पराक्रम दिवस' के रूप में मनाती हैं।
रामलला का पहला पराक्रम दिवस
(Ramlala First Parakram Diwas)
22 January को संपूर्ण भारतवर्ष में रामलला के भव्य मंदिर में पहुंचने पर Diwali Celebration होना हैं। इस दिन पूरा देश रामभक्ति में डूबने वाला है। वहीं, अगले दिन यानी 23 January को भारत देशभक्ति के रंग में डूबना शुरू हो जाएगा। इस दिन को नेताजी की जन्मतिथि के अवसर पर 'पराक्रम दिवस' के रूप में मनाया जाएगा। नेताजी सुभाष चंद्र बोस की अमर गाथाएं और स्वतंत्रता के लिए लड़ी उनकी लड़ाई और कुर्बानी को हर देशवासी आज भी याद रखता है।
Netaji Subhash Chandra Bose देश के ऐसे स्वतंत्रता सेनानी रहे हैं, जिनसे अंग्रेज थरथर कांपते थे। उनके दिए संदेश आज भी लोगों को प्रेरणा देते है। 23 January को पूरा देश नेताजी की 127वीं जयंती मनाने जा रहा है। 'रामलला' भी महल में आने के बाद पहला 'पराक्रम दिवस' मनाएंगे।
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नेताजी की प्रेरणादायक बातें
– कोई भी व्यक्ति दुनिया के लिए झूठा नहीं हो सकता यदि वह स्वयं के प्रति सच्चा है।
– हमारी सबसे बड़ी राष्ट्रीय समस्याएं गरीबी, अशिक्षा, बीमारी और साइंटिफिक प्रोडक्टिविटी है. जिसका समाधान सामाजिक सोच से ही होगा।
– मनुष्य तब तक जीवित है जब तक वह निडर है।
– दुनिया में सब कुछ नाजुक है. केवल विचार और आदर्श मजबूत हैं।
– जीवन में प्रगति की आशा भय, शंका और उसके समाधान के प्रयत्नों से स्वयं को दूर रखती है।
– प्रकृति के साहचर्य और शिक्षा के बिना, जीवन रेगिस्तान में निर्वासन की तरह है।
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