पाकिस्तान के आर्थिक हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं आए दिन उसे कोई नया झटका मिल ही जाता है। वहां महंगाई ने एक ओर सारे रिकार्ड तोड़ रखे हैं, वहीं वहां विदेशी मुद्रा भंडार भी खत्म होने की कगार पर है। जिससे आम जनता की हालत भूखे मरने की है। अब ये झटका पकिस्तान को वर्ल्ड बैंक से मिल रहा है। जिसमें उसने पाकिस्तान की ग्रोथ रेट में कटौती की है।
हालात इतने खराब हैं कि वहां की जनसंख्या में से करीब 40 लाख लोग गरीबी से बुरी तरह जूझ रहे हैं। यही नहीं वर्ल्ड बैंक ने पाकिस्तान की ग्रोथ रेट को 2 फीसदी से घटाकर 0.4 फीसदी कर दिया है। विश्व बैंक की ओर से पाकिस्तान को इस संकट से निकलने के लिए नए विदेशी कर्ज की व्यवस्था करने के लिए भी कहा गया है। आर्थिक संकट से निकलने के लिए पाकिस्तान को आईएमएफ के बेलआउट पैकेज की जरूरत है। पाकिस्तान की सरकार 1.1 अरब डाॅल्र का ये पैकेज पाने के लिए कोशिश कर रही है।
कंपनियों में लगे ताले
आर्थिक स्थितियां खराब होने से पाकिस्तानी रुपये की कीमत डाॅलर के मुकाबले 284 पर पहुंच चुकी है। जो पिछले पचास सालों के आर्थिक संकट से भी बड़ा है। अभी की स्थितियों को देखें तो मार्च की महंगाई दर वहां 35 फीसदी से भी ज्यादा है। ऐसे में वहां करोबार कर रही बड़ी बड़ी कंपनियां या तो अपना कारोबार समेट रही हैं या फिर होंडा जैसे प्लांटों की तरह उनपर ताला लग रहा है।