शरद पवार की अडाणी-अंबानी को लेकर हो रही सियासत पर टिप्पणी, कांग्रेस पार्टी के नेता शरद पवार को 'लालची' कहना और अब देवेंद्र फडणवीस का कांग्रेस पर पलटवार इन मुद्दों से सियासी माहौल गर्म हो गया है। यह गुत्थी इस तरीके से उलझी है कि अब सुलझने का नाम ही नहीं ले रही। हमेशा की तरह किसी नेता के बयान को लेकर हमला करना राजनीति की परंपरा बन गई है।
ऐसे हुई शुरुआत
एनसीपी नेता शरद पवार ने अडाणी-अंबानी के मामले में टिप्पणी कर इस बयानबाजी के खेल की शुरुआत की। पवार ने पिछले दिनों टिप्पणी में कहा कि वो अडाणी ग्रुप के खिलाफ जेपीसी की मांग के पूरी तरह खिलाफ है। उनका मानना है कि जेपीसी में सत्ता पक्ष की तरफ से अधिक और विपक्ष की तरफ से कम सदस्य होते हैं जिससे सच पूरी तरह से सामने नहीं आ सकता। पवार ने यह भी कहा कि अडाणी-अंबानी के बजाय देश की बेरोजगारी, महंगाई और किसानों के मुद्दों के बारे में सोचना देशहित के लिए फायदेमंद होगा।
पवार के इसी बयान पर कांग्रेस नेता अल्का लांबा ने ट्वीट कर लिखा कि 'डरे हुए, लालची लोग ही आज अपने निजी हितों के चलते तानाशाह सत्ता के गुण गा रहे हैं। देश के लोगों की लड़ाई एक अकेले राहुल गांधी लड़ रहे हैं। पूंजीपति चोरों से भी और चोरों को बचाने वाले चौकीदार से भी।'
वहीं अब भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए कहा कि राहुल गांधी का देश के वरिष्ठ नेता शरद पवार पर ट्वीट भयावह है। उन्होनें तो यह तक भी कह दिया कि राहुल गांधी भारत की राजनीतिक संस्कृति को दूषित कर रहे है।