जयपुर। यूक्रेन से युद्ध के बीच रूस ने अपनी महाविनाशक ताकत को दुनिया के सामने लाकर रख दिया है। रूसी सेना ने एक नई अंतरमहाद्वीपीय मिसाइल का परीक्षण किया है जिसको देखकर अमेरिका समेत पूरी दुनिया हैरान है। रूस ने पड़ोसी देश कजाखस्तान में बने फायरिंग रेंज से इस मिसाइल का सफल परीक्षण किया है। इस नई मिसाइल को घातक टोपोल-एमई सिस्टम का हिस्सा बताया जा रहा है। इस मिसाइल को अस्त्रखान में बने कापूस्ट्रेन यार टेस्ट साइट से लॉन्च किया गया और यह सारी शगान रेंज में जाकर गिरी। यह मिसाइल किसी भी एक पूरे शहर को तबाह करने की ताकत रखती है।
भारत की बेटी ने जमकर धोया! हिंदू तो दूर, पाकिस्तान में मुस्लिम भी सुरक्षित नहीं
इसलिए किया मिसाइल का टेस्ट
आपको बता दें कि यूरी गगारिन के अंतरिक्ष में जाने के 62 साल पूरे होने पर इस मिसाइल का परीक्षण किया गया है। रूस के रक्षा मंत्रालय ने एक बयान जारी करके कहा, श्रणनीतिक मिसाइल सेना के जवानों ने सफलतापूर्वक जमीन आधारित अंतरमहाद्वीपीय मिसाइल का परीक्षण किया।श् इस मिसाइल को अत्याधुनिक बताया जा रहा है। रूस ने इस नई मिसाइल का यह परीक्षण ऐसे समय पर किया है कुछ सप्ताह पहले ही रूस ने खुद को परमाणु हथियार नियंत्रण संधि से खुद को अलग कर लिया था।
UAE ने रातों-रात किया जम्मू-कश्मीर में बड़ा इन्वेस्टमेंट, मॉर्निग न्यूज अखबार पढ़ते ही छाती पीटने लगे पाकिस्तानी
रूस परमाणु बम से देगा जवाब
रूस ने कहा कि इस मिसाइल के ट्रेनिंग वारहेड ने नकली टारगेट को पूरी सटीकता के साथ नष्ट कर दिया। पिछले साल यूक्रेन में सैनिकों की तैनाती के बाद रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने खुली चेतावनी दी थी कि अगर रूस पर हमला किया गया तो वह परमाणु बम का इस्तेमाल करेंगे। यही नहीं पुतिन ने फरवरी में ऐलान किया था कि रूस नई स्टार्ट संधि से हट रहा है। इस डील के तहत रूस और अमेरिका ने वादा किया था कि वे परमाणु हथियारे के जखीरे को सीमित करेंगे और एक-दूसरे को जांच की अनुमति देंगे।
ट्रंप ने कहा ये तो हमारा सीक्रेट था, सबको क्यों बताया, अब कोहेन को देने पड़ेंगे 4000 करोड़ रुपए
बेलारूस करेगा कमाल
पुतिन ने इस मिसाइल का परीक्षण ऐसे समय पर किया है जब तीन सप्ताह पहले ही उन्होंने ऐलान किया था कि बेलारूस में रणनीतिक परमाणु बमों की तैनाती की जाएगी। इससे अब रूसी परमाणु बम यूरोपीय संघ की सीमा के पास पहुंच गए हैं। इन दोनों ही कदमों का नाटो देशों ने कड़ा विरोध किया है। रूस ने यह अभी नहीं बताया है कि यह किस तरह की मिसाइल थी। उसने कहा कि इस परीक्षण का उद्देश्य अंतरमहाद्वीपीय मिसाइल के नए युद्धक उपकरणों का परीक्षण करना था। रूस की सतान मिसाइल के परीक्षण के फेल रहने के बाद पुतिन ने ऐलान किया था कि जल्द ही नई मिसाइल को शामिल किया जाएगा।