महाराणा सांगा की 538 वी जयंती मनाई
बांदीकुई। महाराणा सांगा के चबूतरे पर उनकी 538 वीं जयंती बसवा उपखंड मुख्यालय में धूमधाम से मनाई गई। इस अवसर पर महाराणा सांगा के वंशज लक्ष्यराज सिंह मेवाड ने भी शिरकत की। उनके स्वागत में वहां मोटर साईकिल रैली का भी आयोजन किया गया। लक्ष्यराजसिंह मेवाड ने महाराणा सांगा सर्किल पर पहुंच वहां माल्यार्पण व पुष्पांजलि अर्पित की। इसके पश्चात एक हजार एक सौ ग्यारह महिलाओं ने मंगलगान गाते हुए कलश यात्रा निकाली गई।
यात्रा में विभिन्न रंग बिरंगे परिधानों में सजी धजी महिलाएं सिर पर मंगल कलश एवं श्रीफल रख भजन गाती हुई चल रही थी। 1111 महिलाओं की अगुवानी में बैंड वादन, महाराणा सांगा की झांकी ओर केसरिया मोटर साईकिल रैली की अगुवानी में खुली जीप में बैठकर लक्ष्यराज सिंह मेवाड का बाजार में महिलाओ, बच्चो, व्यापारियों ने पुष्प वर्षा कर, माला पहनाकर साफा भेंट किया। यहां जगह जगह तोरण द्वार लगाकर भी उनका स्वागत किया गया। सम्पूर्ण बाजार में जुलूस निकालकर सांगा के चबूतरे पर पहुँच लक्ष्यराज सिंह ने शीश नवाकर महाराणा सांगा को नमन किया। मेवाड से आए पंडितो ने विधि विधान से मंत्रोच्चार के बीच चबूतरे पर माला पहनाकर दीप प्रज्वलित कर विभिन्न पकवानों के थाल भेंटकर नमन किया। हजारों महिला एवं पुरुषों की मौजूदगी में लक्ष्यराज सिंह का 51 किलो की माला पहनाकर व तलवार भेंटकर स्वागत किया गया। लक्ष्यराज सिंह मेवाड ने कहा कि वीर शिरोमणि महाराणा सांगा सम्पूर्ण भारत के गौरव है।
बसवा ग्रामवासियों का महाराणा सांगा के प्रति प्रेम अतुलनीय है। इस स्थान को राष्ट्रीय स्तर के स्मारक के रूप में विकसित किया जाएगा। उनके जीवन को प्रदर्शित करते हुए म्यूजियम बनाने सहित अन्य विकास कार्य जल्द ही कराए जाएंगे। इस दौरान इस चबूतरे के लिए वर्षो संघर्ष करने वाले शक्ति सिंह बांदीकुई ने महाराणा सांगा के बारे में विस्तृत रूप से बताने सहित इस स्थल का विकास कराने की मांग की। कार्यक्रम में पूर्व सरपंच छोटे लाल इटोडा ने ग्रामीणों की ओर से इस स्थल को भव्य स्मारक बनाने का मांग पत्र सुनाते हुए उद्बोधन दिया। स्वागत भाषण लालाराम सैनी ने व धन्यवाद भाषण तेजाराम मीणा ने दिया। मंच संचालन प्रकाश चतुर्वेदी ने किया। इस दौरान पृथ्वीराज सिंह भांडेडा, अजित सिंह भदौरिया, श्याम सुंदर व्यास, खेम सिंह गुर्जर, जसवंत सिंह, प्रमोद व्यास, नत्थू सिंह मेडी, प्रताप सिंह, भंवर सिंह चैहान मेडी, महिपाल सिंह, कालू सिंह, लोकमान्य सिंह, बाबू लाल सैनी, जय सिंह, वतन मिश्रा, नरेंद्र कुमार सैन, शंभू पंडित, दीपू तलाबवाला, कैलाश मीणा, ब्रजमोहन सैन सहित बजरंग मित्र मंडल, गणेश मित्र मंडल सहित हजारों महिला पुरूष उपस्थित थे।