रे भाया चल हेलमेट लगा कर आ। ऐसी आम भाषा किसी ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी से आप कम ही सुन पाते होंगे। जो अब कुछ समय में सुनने में ही नहीं उन्हें पेपर देने के दौरान भी आम तौर पर काम में ली जाएगी। गृह मंत्रालय ने इस संबंध में अधिसूचना जारी की है। सेंट्रल आम्र्ड पुलिस फोर्स में कांस्टेबल जीडी भर्ती के लिए होने वाली परीक्षा में अब क्षेत्रीय भाषाओं को भी शामिल किया जाएगा। इस परीक्षा में कुल 13 क्षेत्रीय भाषाओं को शामिल किया गया है। जिससे क्षेत्रवार भाषा को तो बढ़ावा मिले ही साथ में परीक्षार्थियों को भी परीक्षा देने में आसानी हो।
परीक्षा में बढ़ेगी लाखों उम्मीदवारों की आस
अपनी क्षेत्रीय भाषा में परीक्षापत्र आने से उम्मीदवारों को काफी प्रश्न हल करने में आसानी होगी। यही नहीं उम्मीदवारों की संख्या भी बढ़ेगी। इस परीक्षा में हर बार लाखों परीक्षार्थी भाग लेते हैं। जीडी कांस्टेबल कांस्टेबल के साथ और भी कई परीक्षाएं हिन्दी और अंग्रेजी के साथ क्षेत्रीय भाषाओं में आयोजित की जाती हैं। यही नहीं इंजीनियरिंग और मेडिकल सीटों पर व नीट यूजी व जेईई मेंस में भी रीजनल लैंग्वेज को परीक्षा में शामिल किया जाता है।
ये भाषा होंगी शामिल
नए फैसले के अनुसार हिन्दी, अंग्रेजी के साथ अब बंगाली, असमिया, मराठी, गुजराती, मलयालम, कन्नड़, तमिल, ओड़िया, उर्दू, तेलगू, पंजाबी, मणिपुर, कोंकणी को शामिल किया गया है। इन भाषाओं में परीक्षाओं का आयोजन 1 जनवरी 2024 से होगा। इस फैसले के बाद से स्थानिय भाषाओं में परीक्षा देने के लिए राज्य सरकारें भी युवाओं को प्रोत्साहित करेंगी।