भरतपुर के जाट समाज द्वारा आरक्षण की मांग को लेकर 8 दिन से आंदोलन कर रहे है। लेकिन अभी तक Bhajanlal Government की तरफ से उनको उचित आश्वासन नहीं मिलने का दावा कर रहे है, आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक नेम सिंह फौजदार ने कहा है कि सरकारने वार्ता के नाम पर धोखा दिया है। इसका जवाब समाज सही समय पर जरूर देगा। हमारा उग्र आंदोलन करने का कोई इरादा नहीं है, लेकिन सरकार चाहती है कि आंदोलन उग्र हो जाए तो ऐसा नहीं होगा।
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भरतपुर जिले में उच्चैन तहसील के गांव जयचौली में 8वें दिन भी जाट समाज का महापड़ाव जारी है। पहली वार्ता हुई थी और इसके बाद CM भजलाल शर्मा की व्यस्तता के चलते वार्ता नहीं हो पाई। लेकिन जाट समाज के लोगों को तैयार रहने का संदेश दिया है और कहा उनको आगे की रणनीति के बारे में जल्दी बता दिया जाएगा।
संघर्ष समिति नहीं चाहती कि आंदोलन उग्र हो लेकिन हमारी मांग नहीं मानी गई तो ऐसा हो सकता है। जाट आरक्षण के लिए यह आंदोलन आखिरी आंदोलन है और इस बार आर-पार की लड़ाई होगी। सरकार की मंशा है कि आंदोलन उग्र हो जाए आग लग जाए उसके बाद वार्ता की जाए लेकिन ऐसा नहीं होगा।
महापड़ाव पड़ाव आरक्षण मिल जाएगा उसके बाद ही हटेगा, चाहे यह आंदोलन कितना भी लंबा चले आंदोलन जारी रहेगा। फौजदार ने सरकार को अल्टीमेटम दिया है की वह जल्द वार्ता करके इसका समाधन करें।सरकार के लिए वार्ता के द्वार हमेशा खुले थे और पहली वार्ता 22 जनवरी को हुई थी। मंत्री कन्हैयालाल और डीग.कुम्हेर के विधायक शैलेश सिंह हमारी बात सुनी है।
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तीन मुख्य मांग
भरतपुर.धौलपुर के जाट समाज को केंद्र की OBC में आरक्षण दिया जाए।
चयनित अभ्यर्थी को नियुक्ति दी जाएग।
2016-17 में दर्ज हुए मुकदमे वापस लिए जाएं।