Budget 2024 – America Suggestions India: भारत सरकार के केंद्रीय बजट 2024-25 से पहले अमेरिका का सुझाव सामने आया हैं। अमेरिका के राजदूत एरिक गार्सेटी ने इंडो-अमेरिकन चैंबर ऑफ कॉमर्स (आईएसीसी) को संबोधित करते हुए कहा कि ‘अमेरिका इस तरह के भारत को देखना चाहता है, जो आत्मनिर्भरता को ‘आत्ममुग्धता’ ना माने। अमेरिका, भारत की आत्मनिर्भरता को भारतीय कंपनियों की ताकत और उन्हें प्रतिस्पर्धी के रूप में देखता हैं।
एरिक गार्सेटी ने कहा-
“द्विपक्षीय आर्थिक संबंधों के विस्तार के लिए भारत में बेहतर कराधान (Taxations) और नियामकीय ढांचे की आवश्यकता हैं।” उन्होंने कहा कि ‘भारत में वो सब कुछ करने की जरुरत हैं, जिससे देश की वृद्धि की गति धीमी न हो।’
अमेरिकी राजदूत ने आगे कहा-
“भारत में करोबार की इच्छा रखने वाली कई अमेरिकी कंपनियों के लिए अपारदर्शी कॉरपोरेट कर व्यवस्था अब भी एक बाधा बनी हुई है। यदि भारत को अपना लक्ष्य हासिल करना है तो निर्यात नीतियों में बदलाव करना बेहद जरुरी होगा।”
यह भी पढ़े: Budget 2024 से चीन को 440 Volt का झटका! Modi के इस फैसले ने कर दी मौज
भारत के साथ 40 अरब डॉलर का व्यापार घाटा
एरिक गार्सेटी ने कहा कि-
‘अभी अमेरिका का भारत के साथ 40 अरब डॉलर का व्यापार घाटा है। यही नहीं चीन के साथ भी इससे बड़ा घाटा हैं। लेकिन हम चाहते है कि चीन से प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (भारत) स्थानांतरित हो। भारत-अमेरिका संबंधों का जिक्र करते हुए गार्सेटी ने कहा कि आज ऐसा कोई सहयोग क्षेत्र नहीं हैं, जिसमें अब काम नहीं किया जा रहा हो। उन्होंने कहा फिलहाल भारत में FDI उस गति से नहीं आ रहा है, जिस गति से आना चाहिए।’
यह भी पढ़े: Budget 2024-25 भारत और राजस्थान से जुड़े हर सवाल का जवाब, यहां पढ़ें
भारत में ही सबकुछ बनाना हैं गलत धारणा
भारत में अमेरिकी राजदूत ने कहा-
‘फिलहाल एफडीआई भारत में आने की वजाय वियतनाम और मैक्सिको जैसे देशों में जा रहा है। इसलिए मैं भारत से और अधिक की अपेक्षा रखता हूं। गार्सेटी ने कहा ‘यह धारणा त्यागनी होगी कि भारत में ही सबकुछ बनाना है, यह विकास की गति को धीमा कर देगी।’