Budget 2024: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज संसद में अंतरिम बजट पेश कर दिया है। इनकम टैक्स स्लेब में किसी तरह का कोई बदलाव नहीं किया गया है। इस बजट में स्टार्टअप सेक्टर के लिए डीप टेक को लेकर एक बड़ा एलान हुआ है। वित्त मंत्री ने अपने भाषण (Budget 2024) में जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान के नारे को आगे बढ़ाते हुए नया नारा जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान, जय अनुसंधान का नया नारा दिया। उन्होंने कहा कि डीप टेक स्टार्टअप (Deep Tech Startup) या टेक स्टार्टअप के लिए युवाओं को 1 लाख करोड़ रुपये की सरकारी मदद दी जाएगी। साथ ही ब्याज मुक्त या फिर बहुत ही कम ब्याज दर पर लोन दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि डीप टेक की मदद से रक्षा क्षेत्र में भारत को आत्मनिर्भर बनने में सहायता मिलेगी। आइए हम आपको बताते हैं कि आखिर यह डीप टेक क्या है?
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वित्त मंत्री ने क्या कहा?
वित्त मंत्री Nirmala Sitharaman ने कहा, हमारे टेक प्रेमी युवाओं के लिए यह एक सुनहरा युग होगा। एक लाख करोड़ रुपये का कोष (Budget 2024) स्थापित किया जा रहा है ताकि डीप टेक (Deep Tech Startup) से संबंधित काम हो सके। उनके अनुसार डीप टेक स्टार्टअप को 50 साल तक के लिए ब्याज मुक्त ऋण मिलेगा। इस सरकारी फंड से निजी क्षेत्र को डीप टेक तकनीक पर काम करने का अवसर मिल सकेगा। साथ ही भारत डिफेंस टेक में आगे बढ़ सकेगा। साथ ही अनुसंधान और इनोवेशन को भी बढ़ावा मिलेगा। रक्षा क्षेत्र में डीप टेक (Deep Tech Defence) की मदद से नई रक्षा प्रणाली विकसित की जाएगी। जो आने वाले समय में होने वाले साइबर युद्ध और ग्लोबल महामारी जैसी परेशानियों का सामना कर पाएगी।
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— Digital India (@_DigitalIndia) February 1, 2024
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क्या है Deep Tech टेक्नोलॉजी?
अब तक आपने डीपफेक (Deepfake) शब्द तो बहुत सुना होगा लेकिन डीप टेक (Deep Tech) थोड़ा अलग है। इसे आप आसान भाषा में गहन प्रौधिगिकी कह सकते हैं। डीप टेक के स्टार्टअप (Deep Tech Startup) बहुत ही एडवांस टेक्नोलॉजी पर काम करते हैं। डीप टेक में एआई यानी कृत्रिम बुद्धिमत्ता, क्वांटम कंप्यूटिंग, ब्लॉकचेन, रोबोटिक्स और जैव प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्र शामिल हैं। डीप टेक में एक्सक्लूसिव इनोवेशन को शामिल किया जाता है। डीप टेक के अधिकतर स्टार्टअप मशीन लर्निंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) पर आधारित होते हैं। यानी कुल मिलाकर अव्वल दर्जे की तकनीक। रक्षा क्षेत्र के साथ ही डीप टेक (Deep Tech Startup) से फसलों की निगरानी भी हो सकती है। किसी गंभीर बीमारी में मरीज की देखभाल के लिए भी इसका इस्तेमाल होता है। एआई ड्रोन, एआई रोबोटो भी डीप टेक पर ही आधारित हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में अभी लगभग 3,000 से अधिक डीप टेक स्टार्टअप हैं। बजट (Budget 2024) घोषणा से इनको और प्रोत्साहन मिल सकेगा।