थिंक एंड लर्न प्राइवेट लिमिटेड के ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय ने शनिवार को छापेमारी की। ऑनलाइन शिक्षा में byju's प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान है। कंपनी ने पेडेमिक (कोरोना) के दौरान अच्छी खासी बढ़त हासिल की थी। इसके बाद फिर यह धीरे-धीरे नीचे आने लगी थी। लेकिन अब यह किसी और कारण से सुर्खियों में बनी हुई है। इसी संस्थान पर प्रवर्तन निदेशालय के कई छापे पड़े हैं।
आय और ऑडिट में असमानता
माना जा रहा है कि इस छापेमारी की मुख्य वजह खातों का ऑडिट नहीं करवाना है। प्रवर्तन निदेशालय एजेंसी के मुताबिक यह कार्रवाई निजी लोगों द्वारा की गई शिकायतों के आधार पर की गई है। इसके सीईओ रविंद्रन पर आरोप है की कंपनी में वित्तीय वर्ष 2020 -21 से अपने फाइनेंशियल स्टेटमेंट तैयार नहीं किए और खातों का ऑडिट नहीं करवाया। इसीलिए यह जांच की जा रही है।
वही ईडी के अनुसार बाईजू के नाम से एडटेक प्लेटफार्म चलाने वाली यह कंपनी विज्ञापन और मार्केटिंग खर्च के नाम पर करीब 944 करोड रुपए खर्च कर चुकी है। हिसाब में गड़बड़ी के अलावा। यह भी पता चला है कि इन्होंने विदेश में भी पैसा निवेश किया है।
बाईजू के फाउंडर रविंद्रन के तीन ठिकानों की तलाशी ली गई। ऑफिस के अलावा घर भी तलाशी के निशाने पर था। बेंगलुरु स्थित उनके अभी तक 3 ठिकानों की तलाशी ली गई है। माना जा रहा है कि बायजू पर यह कार्रवाई फॉरेन एक्सचेंज मैनेजमेंट एक्ट फेमा के तहत की जा रही है। यह वही संस्था है जिसका पहले नाम फेरा था।
इस प्रावधान के अनुसार विदेश में निवेश की गई मनी अथवा विदेशी करेंसी से संबंधित प्रावधानों के आधार पर जांच की प्रक्रिया की जाती है। यह छापेमारी बाईजू रवींद्रन और उसकी कंपनी थिंक एंड लर्न प्राइवेट लिमिटेड के ठिकानों पर की गई है।
दस्तावेज जप्त किये गए
प्रवर्तन निदेशालय की तलाशी के दौरान कई दस्तावेज और डिजिटल डाटा जप्त किए गए हैं। जिन्हें आपत्तिजनक बताया जा रहा है। ऐसा भी कहा गया है कि इन्हें इससे पहले भी समन जारी किए गए थे। लेकिन यह हाजिर नहीं हुए। कंपनी को 2011 से 2023 के बीच 28000 करोड रुपए का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश मिला है। जिसकी पर्याप्त ऑडिटिंग का अभाव है। इसके अलावा कंपनी ने विदेश में भी पैसे भेजे हैं। विदेशी निवेश के आधार पर ही फेमा के तहत यह कार्रवाई की गई है। कंपनी को 2011 से अब तक इतना बड़ा (प्रत्यक्ष विदेशी निवेश ) एफडीआई लगभग 28 हजार करोड़ का मिला। जिसका कोई लेखा-जोखा ऑडिट प्राप्त नहीं हुआ है। इसी पर जांच जारी है।