फिल्म RRR के गाने नाटू-नाटू को खूब प्यार मिला और आज इसे ऑस्कर अवॉर्ड मिल ही गया। इस गाने के पीछे फिल्म से जुड़े डायरेक्टर, प्रोड्यूसर, कंपोजर, राइटर सहित एक्टर सभी लोगों की कड़ी मेहनत है। ऑस्कर अवॉर्ड जीतना केवल किसी एक के काम का नतीजा नहीं है यह टीमवर्क का रिजल्ट है। गाने को कोरियोग्राफ करने वाले प्रेम रक्षित ने इसमें ऐसी जान डाली कि यह देश-विदेश में धूम मचाने लगा। इस गाने पर परफार्म करने वाले सुपरस्टार जूनियर एनटीआर और रामचरण थे।
आधे घंटे में तैयार किया संगीत
पूरे विश्व में इस गाने को इतना प्यार मिलेगा यह खुद राजमौली भी को उम्मीद नहीं थी। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक गोल्डन ग्लोब ट्राफी जीतने के बाद एक इंटरव्यू के दौरान एम.एम. कीरवाणी ने इस गाने के पीछे की पूरी कहानी बताई। उन्होनें बताया कि इस गाने को केवल एक दिन में लिखा गया। इसके राइटर चंद्रबोस है। वहीं गाने का संगीत केवल मात्र 30 मिनट में बनकर तैयार हो गया। इसके बाद इसे प्रोग्राम करने और गाने में 2 दिन का समय लगा। इस तरह यह गाना कुल 4 दिन में बनकर तैयार हो गया।
शूटिंग में रामचरण और जूनियर एनटीआर के बीच पैदा हुई नफरत
इस गाने के कुछ सीन यूक्रेन में भी शूट किए गए है। यह सॉन्ग एक-दूसरे के कॉपरेशन पर बेस्ड है। खबरों के अनुसार जूनियर एनटीआर ने इसकी शूटिंग के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि इस गाने को शूट करने में 65 रातें लगी थी। शूटिंग में जूनियर एनटीआर और राम चरण एक दूसरे को मारते भी थे और फिर सॉरी भी बोल देते। लेकिन अंत में बार-बार माफी मांगने के बजाय शूटिंग पर ध्यान देने लगे।
बता दें कि इस गाने में राहुल सिपलीगंज और काल भैरवा ने अपनी आवाज दी है। इसके तमिल वर्जन को 'नाटू कोथू', मलयालम में 'करिनथोल', कन्नड़ में 'हल्ली नाटू' और हिंदी वर्जन को 'नाचो नाचो' नाम से रिलीज किया गया।