आज राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपने जीवन के 72 साल पूरे कर चुके हैं। सीएम के जन्मदिन पर उनके जीवन की खास बात आपको बताने जा रहे है जो शायद आपको अभी तक नहीं पता हो। बता दें कि राजनीति में अपना करियर शुरु करने से पहले ही अशोक गहलोत अपने पिता लक्ष्मण सिंह जादूगरी करते थे। इसी वजह से उन्हें गिलीबिली भी कहा जाता था। सीएम गहलोत ने अपने जन्मदिन पर पशुपालकों को खास तोहफा दिया है।
3 बार बन चुके राजस्थान के सीएम
अशोक गहलोत ने पहली बार 1 दिसबंर 1998 को राजस्थान के मुख्यमंत्री के तौर पर अपनी जगह बनाई। उसके बाद उनका राजनीतिक चेहरा इतना पॉपुलर हुआ कि दूसरी बार दिसबंर 2008 और फिर दिसंबर 2018 को तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। इन दिनों फिर से 2024 के राजस्थान विधानसभा चुनावों को लेकर गहलोत एक्टिव मोड में है। राज्य की जनता को खुश करने का हर तरह से प्रयास कर रहे हैं।
परिवार में केवल बेटे वैभव गहलोत राजनीति में एक्टिव
अशोक गहलोत का जन्म 3 मई 1951 को हुआ था। इनके परिवार के सदस्य राजनीति से कम ही जुड़े हुए है। गहलोत के बेटे वैभव गहलोत वर्तमान में राजनीति में सक्रिय है। जो कि राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष हैं। अशोक गहलोत विज्ञान और कानून में ग्रेजुएशन की है। अर्थशास्त्र से मास्टर्स के दौरान राजनीति में आए और फिर कभी पीछे मुड़कर नही देखा।
सीएम गहलोत ने जन्मदिन पर पशुपालकों को दिया तोहफा
सीएम अशोक गहलोत ने अपने बर्थडे को स्पेशल बनाने के लिए पशुपालकों को खुशखबरी दी है। गहलोत सरकार ने पशुपालकों की समृद्धि के लिए ऐतिहासिक पहल बताई जा रही है। राज्य सरकार पशुपालकों की दो दुधारू भैंसों का मुफ्त बीमा करेगी साथ ही दो दुधारू भैंसों के 80000 रुपये के बीमा प्रीमियम का भुगतान सरकार करेगी। इनके अलावा पशुपालकों को मुख्यमंत्री कामधेनु पशु बीमा योजना के तहत मिलेगा बीमा का लाभ भी मिलेगा।
आपको बता दें कि राज्य सरकार पूरे प्रदेश में 24 अप्रैल से 30 जून तक महंगाई राहत कैंप लगा रही है। इस कैंप में सरकार की प्रमुख 10 योजनाओं को शामिल किया गया है।