जयपुर। राजस्थान के जयपुर में स्थित गीता बजाज बाल मंदिर संस्थान में वार्षिकोत्सव (Geeta Bajaj Bal Mandir Sansthan) का धूमधाम से आयोजन किया गया। यह ऐसा मौका था जब संस्थान में वार्षिकोत्सव का आयोजन 20 साल बाद किया गया जो बहुत ही शानदार रहा। इस कार्यक्रम के दौरान प्राइमरी से लेकर उच्च माध्यमिक कक्षाओं और बीएड की छात्राओं ने शानदार कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां दी। कार्यक्रम के दौरान गीता बजाज बाल मंदिर संस्थान के ऑडिटोरियम में कार्यक्रम देखने वालों भारी भीड़ उमड़ी।
छात्र-छात्राओं के कार्यक्रमों ने मन मोहा
गीता बजाज बाल मंदिर संस्थान के इस वार्षिकोत्सव के दौरान प्राइमरी से लेकर उच्च माध्यमिक कक्षाओं के छात्र-छात्राओं ने अपनी प्रस्तुतियां दी। इस दौरान प्राइमरी कक्षाओं की छात्राओं ने अतिथियों के लिए वेलकम डांस कार्यक्रम करके समां बांध दिया। वहीं, उच्च माध्यमिक कक्षाओं की छात्राओं ने राजस्थान के अन्य लोक नृत्य करके उपस्थित जनों का मन मोह लिया। इसके साथ ही बीएड की छात्राओं ने नारी शक्ति को आगे बढ़ाने के लिए एक दूसरी के साथ खड़े रहने का नाटक मंचन करके सबका दिल जीत लिया।
बच्चों ने दिया पर्यावरण संरक्षण का संदेश
कार्यक्रम के दौरान प्राइमरी कक्षाओं के नन्हें छात्र छात्राओं ने पर्यावरण संरक्षण को लेकर प्रस्तुति दी जिसकी मुख्य अतिथि से लेकर प्रत्येक वक्ता ने तारीफ की। मुख्य अतिथि ने इस प्रस्तुति को लेकर कहा कि ऐसे कार्यक्रम होने चाहिए क्योंकि इससें समाज में सकारात्मक संदेश जाता है जो बहुत ही काम का साबित होता है।
मुख्य अतिथि के संबोधन ने भरा जोश
गीता बजाज बाल मंदिर संस्थान के इस वार्षिकोत्सव कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर MNIT के पूर्व डायरेक्टर इंद्र कृष्ण भट्ट थे। मुख्य अतिथि के संबोधन ने बाल मंदिर संस्थान के कार्यो की तारीफ और हौसला अफजाई करते हुए आगे बढ़ते रहने का संदेश देकर उपस्थित अतिथियों, शिक्षकों व दर्शकों में जोश भर दिया।
सेक्रेटरी ने बताया संस्थान का गौरवशाली इतिहास
इस मौके पर गीता बजाज बाल मंदिर संस्थान के सेक्रेटरी गुरदेव सिंह भी उपस्थित रहे जिन्होंने संस्थान का गौरवशाली इतिहास बताया जिसें जानकर हर कोई हैरान रह गया। उन्होंने बताया कि पूर्व स्वतंत्रता सेनानी व महान शिक्षिका गीता बजाज ने कैसे 4 बच्चों से इस स्कूल की स्थापना बाल मंदिर के नाम से की और आज सरकार व समाज के सहयोग से यह संस्थान एक वट वृक्ष के रूप में फल फूल रहा है। गुरदेव सिंह ने बताया की पहले इस संस्थान में हिंदी माध्यम में पढ़ाई कराई जाती थी लेकिन अब अंग्रेजी माध्यम भी शामिल किया गया है जिससें लोगों में अपने बच्चों को इस संस्कारी स्कूल में पढ़ाई कराने को लेकर होड़ रहती है। वहीं, इस संस्थान से बीएड करने वाली छात्राएं कैसे ईमानदारी व कड़ी मेहनत से सफल होती हैं उसके बारे में विस्तार से बताया।
प्राचार्य ने किया धन्यवाद ज्ञापन
गीता बजाज बाल मंदिर संस्थान के वार्षिकोत्सव के शानदार आयोजन पर संस्थान के प्राचार्य प्रभाकर झा ने सबका धन्यवाद ज्ञापन किया। झा ने बताया की कैसे 20 साल बाद हुए इस आयोजन को सफल बनाने के लिए बहुत ही कम समय में छात्र-छात्राओं ने कड़ी मेहनत की। कार्यक्रम शानदार रहने पर गद्गद हुए प्रभाकर झा ने बच्चों के सफल भविष्य की कामना करते हुए आर्शीवाद दिया। साथ ही अपने स्कूल स्टाफ को भी विशेष धन्यवाद दिया जिसमें शामिल शिक्षकों ने बहुत ही कम में ऐसे शानदार कार्यक्रम को सफल बनाने में अपनी कीमती समय व कड़ी मेहनत लगाई। प्राचार्य ने इस कार्यक्रम में पधारे मुख्य अतिथि, सके्रटरी समेत अन्य उपस्थित गणमान्यों का तहेदिल से धन्यवाद ज्ञापित किया।