कहीं हाथों में करोड़ों की घड़ी तो कहीं दाने दाने को मोहताज जनता। दुनिया भर में पाकिस्तान अपनी कंगाली के कारण चर्चा का विषय बना हुआ हैं। वहां की जनता एक वक्त के खाने के लिए हजारों रुपये खर्च करने पड़ रहे हैं। हर ओर से वह मदद की गुहार लगा रहा है, जिससे देश के बिगड़ते हालातों को काबू में किया जा सके। वहीं देश के पूर्व और वर्तमान प्रधानमंत्री अपने शाही शौक और खर्चों के कारण चर्चा का विषय बने हुए हैं। जिसका कारण है पाक की तोशाखाना गिफ्ट कांट्रोवर्सी का एक बार फिर से चर्चा में आना। जिससे वहां के नेताओं पर देश की बर्बादी के आरोप लग रहे हैं। यह रिकार्ड भी सरकार को मजबूरी में लाहौर हाईकोर्ट के आदेश के कारण जारी करने पड़े थे।
क्या है तोशाखाना
राजाओं और अमीरों के उस कमरे को तोशाखाना कहा जाता है, जहां मंहगी चीजें, कपड़े और गहनों आदि को संभाल कर रखा जाता है। पाकिस्तान में उस कमरे को तोशाखाना के नाम से जाना जाता है। वहां के कानून के अनुसार विदेशों से मिलने वाले हर उपहार को वहां जमा करवाना होता है। यदि कोई नेता या पदाधिकारी उन्हें काम में लेना चाहता है तो उसे उसका मूल्य चुकाना जरूरी होता है। इन उपहारों की नीलामी भी की जाती है। यहां एकत्रित होने वाला धन और सामान देश की संपत्ति माना जाता है।
466 पन्ने और उधड़ गई नेताओं की बखिया
शहबाज सरकार ने तोशाखाना कांट्रोवर्सी के रिकाॅर्ड को सरकारी वेबसाइट पर डाला है। इसी के बाद से वहां के आला अधिकारियों के कारनामों का पता चल रहा है। यहां मिली डीटेल्स की ओर नजर डालें तो इमरान हो या शाहबाज सभी के रिकाॅर्ड साफ हो रहे हैं। इसमें पूर्व पीएम इमरान खान की 8.5 करोड़ की सोने की घड़ी, 56 लाख की कफलिंग, 85 लाख की अंगूठी, 15 लाख का पैन और पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने 5.7 करोड़ की बीएमडब्ल्यू कार और 5 करोड़ की टोयोटा लेक्सस को सिर्फ 1.6 करोड़ में खरीद लिया था। वहीं नवाज शरीफ ने 2013 में 11 लाख की रोलेक्स घड़ी और करीब 40 हजार के कुवैत बैंक के चार सिक्के और कफलिंग और पेन के कुल 24 हजार जमा किए थे।