राजस्थन में इन दिनों सूर्य नमस्कार (Surya Namaskar controversy 2024) को लेकर जबरदस्त बवाल मचा हुआ है और इस मामले को लेकर शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने इसका विरोध करने वालों को निशाने पर लिया है। दिलावर ने कहा. सूर्य नमस्कार के विरोधियों को सूर्य भगवान से इतनी ही नाराजगी है तो जिंदगी में सूर्य भगवान की तरफ देखना ही बंद कर दें। दिन में वह काल कोठरी में घुस जाए और कभी भी बाहर मत आना। आपको सूर्य दिखाई नहीं देगा।
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पूजा.पाठ करने के लिए नहीं मिलेगी छुट्टी
उन्होंने कहा स्कूलों में हर कोई पूजा पाठ के नाम पर छुट्टी लेता है, (Surya Namaskar controversy 2024) कोई बालाजी, भैरुजी, हनुमानजी के नाम पर या नमाज पढ़ने के नाम पर अपना स्कूल से चला जाता है। लेकिन अगर अब ऐसा किया तो पूरे दिन की छुट्टी लेनी होगी क्योंकि कई लोगों ने मजाक बना रखा है।
प्रकाश लेना बंद करें
सूर्य भगवान का विरोध करने वाले उनके प्रकाश को लेना बंद कर दें और काल कोठरी में घुस जाएं। सूर्य की रोशनी उन पर नहीं पड़ेगी। जिसके कारण जिंदा हो जो हर समय लाभ देता है उसका विरोध करना सही नहीं है। (Surya Namaskar controversy 2024) सूर्य सप्तमी के दिन भगवान सूर्य की उत्पत्ति हुई थी और उनका जन्मदिन है। सब लोग सूर्य नमस्कार करें ताकि सूर्य भगवान खुश रहें। सूर्य भगवान का विरोध करने वाले भी इस धरती पर पैदा हो रहे हैं। मेरे मुंह से कौन.से शब्द निकलेंगे मैं कंट्रोल नहीं कर पा रहा हूं।
ॐ आदित्याय नमः
नए राजस्थान का सूर्य नमस्कार…
सूर्य उपासना को समर्पित सूर्य सप्तमी के पुनीत दिवस दिनांक 15 फरवरी 2024 को सरकारी एवं निजी विद्यालयों में सूर्य नमस्कार के आयोजन को लेकर सम्पूर्ण जानकारी:—–
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— Madan Dilawar (@madandilawar) February 14, 2024
सरकार के आदेश मानने होंगे
मैंने तो किसी को नहीं कहा कि सूर्य नमस्कार करना ही है। मैंने तो निवेदन किया है, (Surya Namaskar controversy 2024) लेकिन सरकारी स्कूलों में आदेश मानने होंगे। सरकारी स्कूलों में सूर्य नमस्कार करना होगा और सभी विद्यार्थियों को सूर्य नमस्कार करना पड़ेगा तो करना पड़ेगा। मैं एक स्कूल में जाकर सूर्य नमस्कार करके आया हूं।
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सरस्वती वंदना करनी होगी
विद्या की देवी सरस्वती के चरणों में बैठकर शिक्षा ग्रहण करते है तो उन्हें सम्मान देना ही होगा। उनकी वंदना करनी होगी। पिछली सरकार सरस्वती की मूर्ति के खिलाफ थी और ऐसा तो कोई मेंटल व्यक्ति भी नहीं पूछेगा। सरस्वती हमारी मां हैं इसलिए उसकी मूर्ति लगा रहे हैं।