जयपुर। टीचर्स पर सरकार मेहरबान हो चुकी है जिसके तहत अब नियोजित शिक्षक (Bihar Niyojit Shikshak) 5 बार अपनी सक्षमता परीक्षा देकर अपनी योग्यता साबित कर सकेंगें। यह फैसला बिहार सरकार ने लिया है जिसके बाद राज्य के करीब 3.75 लाख नियोजित शिक्षकों को बड़ी राहत मिली है। शिक्षा मंत्री विजय कुमार चैधरी की तरफ से नियोजित शिक्षकों के शिष्टमंडल को आश्वासन देते हुए कहा गया है कि अब उनको 3 बार की जगह 5 बार सक्षमता परीक्षा देने का मौका मिलेगा। शिक्षामंत्री विजय कुमार चैधरी ने आश्वासन देते हुए कहा कि नियोजित शिक्षकों को 3 बार ऑनलाइन और 2 बार ऑफलाइन परीक्षा देने का अवसर मिलेगा। बिहार में नियोजित शिक्षक पिछले कई वर्षों से लिखित एग्जाम कराने की मांग कर रहे थे।
सरकार देगी राज्यकर्मी का दर्जा
बिहार के शिक्षामंत्री विजय कुमार चैधरी ने कहा कि नियोजित शिक्षकों (Bihar Niyojit Shikshak) को राज्यकर्मी का दर्जा दिया जाएगा जिसके लिए प्रक्रिया चालू है। मंत्री ने आश्वासन देते हुए कहा कि नियोजित शिक्षकों की जो भी कठिनाई थी वो ऑनलाइन परीक्षा की समस्या थी। जो शिक्षक पुराने थे, उन्हें इसको लेकर आपत्ति थी। राज्य के सीएम नीतीश कुमार की सलाह से सरकार ने 3 परीक्षा ऑनलाइन लेने के अलावा 2 लिखित परीक्षा का मौका भी शिक्षकों को देगी।
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2 बार ली जाएगी लिखित परीक्षा
पहले बिहार में शिक्षा विभाग की तरफ से संकेत दिया गया था कि सक्षमता परीक्षा में 3 के बदले 5 मौके दिए जाएंगे। जबकि एसीएस केके पाठक की ओर से यह भी संकेत दिया गया था कि सक्षमता परीक्षा में BPSC एग्जाम की तरह कठिन सवाल नहीं दिए जाएंगे। इसको लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसको लेकर निर्देश जारी किया है।
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केके पाठक ने पहले ही दिलाया था 5 बार एग्जाम का भरोसा
पिछले दिनों सीतामढ़ी स्थित डायट भवन के निरीक्षण के दौरान केके पाठक ने आसान सवाल पूछने और 3 बार की जगह 5 बार मौका देने का भरोसा दिया था। शिक्षा विभाग की तरफ से शिक्षकों को रिफ्रेश करने के लिए सक्षमता परीक्षा कराने की बात कही गयी है। हर 6 महीने पर प्रशिक्षण दिए जाएंगे।