Shab-e-Barat Ka Roza: मुसलमानों का पवित्र महीना रमजान आने वाला है, लेकिन उससे पहले अभी एक और पवित्र महीना शाबान चल रहा है। 12 फरवरी 2024 को शुरु हुआ ये महीना पवित्र रात शब-ए-बरात की फजीलत लिए हुए है। कई लोग शब-ए-बरात के दिन रोजा भी रखते हैं। हालांकि रमजान की तरह की इसमें भी सहरी और इफ्तारी करनी होती है। लेकिन दुआ और नियत के ऐतिबार से शबे बरात का रोजा (Shab-e-Barat Ka Roza) थोड़ा अलग है।
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Shab-e-Barat Ka Roza कैसे रखे
भारत में Shab-e-Barat Ka Roza 26 फरवरी को रखा जाएगा। चूंकि Shab-e-Barat 25 फरवरी को मनाई जाएगी तो अगली सुबह फज्र की अजान से पहले आप शबे बारात के रोजे की नियत कर ले। इफ्तारी मगरिब की अजान के बाद होती है। रमजान की तरह ही इस रोजे में भी वो सभी उसूलों आदाब का ख्याल रखा जाना चाहिए।
शब-ए-बरात का रोजा रखने की नियत
“मैं यह रोजा शबे बरात के मौके पर अल्लाह के लिए रख रहा हूँ। मैं उनकी राह में अपने तमाम गुनाहों से माफी मांगता हूँ और अल्लाह से दुआ करता हूँ कि वह मुझे अगले साल के लिए अच्छी तक़दीर और बेहतर जिंदगी अता फरमाएं।”
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शब-ए-बरात का रोज़ा रखने की दुआ
“बिस्मिल्लाहि र-रहमानी र-रहीम, अल्लाहुम्मा बारीक लना फी रजब व शबान व बल्लिग्ना रमदान।”
इसका मतलब है, “अल्लाह हे! रजब और शबान के महीनों में हमारे लिए बरकत दे और हमें रमजान तक पहुँचाए।”
शब-ए-बरात का रोज़ा खोलने की दुआ
“अल्लाहुम्मा इन्नी लका सुमतु व अला रिजा’इ व फित्रि उम्र बियादिक अल्लाहुम्म अन्तस्सलाम व मिन्कस्सलाम तबारक्तयायाथदाल्जलाली व इक्राम”
इसका मतलब होता है, “अल्लाह हे! मैंने तेरे लिए रोजा रखा है और तेरे लिए उसे खोल रहा हूँ। उम्र की बेशुमार रहमत के साथ। अल्लाह हे! तू ही अमन चैन का मालिक है, सुकून तुझसे ही है। तू बेशुमार रहमत के साथ भरा हुआ है और तू जलाल और उपकार का हकदार है।”
आने वाला है रमजान 2024
शब-ए-बारात (Shab-e-Barat 2024) का त्योहार भारत में 25 फरवरी की रात को मनाया जाएगा। वही रमजान का महीना भी इसके बाद आने ही वाला है। शाबान के बाद अगला मुस्लिम महीना रमजान का ही होता है। इस साल 11 या 12 मार्च 2024 को रमजान का महीना शुरू हो सकता है। मुस्लिम भाई 30 या 29 दिन के रोजे रखकर इस पाक महीने में गुनाहों से पाक होते हैं। इस पवित्र महीने के अंत में ईद उल फित्र मनाई जाती है।