सोमवार की रात राजपूत समाज में शोक की लहर लेकर आई। करणी सेना का के संस्थापक लोकेंद्र सिंह कालवी का सोमवार देर रात सवाई मान सिंह हॉस्पिटल में निधन हो गया। कालवी काफी समय से बीमार चल रहे थे। जून 2022 में उन्हें ब्रेन स्ट्रोक आया था, तब से वे अस्पताल में भर्ती थे। हालांकि बीच में कुछ स्वास्थ्य में कुछ समय के लिए सुधार होने के बाद उन्हें डिस्चार्ज भी किया गया था लेकिन फिर अचानक तबीयत खराब होने से उन्हें कुछ दिनों पहले भर्ती कराया गया। खबरों के मुताबिक जयपुर राजपूत सभा भवन में उनका शव अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा। उसके बाद मंगलवार को उनके पैतृक गावं कालवी में उनका अंतिम संस्कार किय़ा जाएगा।
2006 में कालवी ने रखी थी करणी सेना की नीवं
समाज सेवी लोकेन्द्र सिंह कालवी ने ही 2006 में श्री राजपूत करणी सेना की नीवं रखी थी। कालवी समाज के कई मुद्दों को लेकर हमेशा चर्चा में रहे है। समाज के हक की बात हो या फिर किसी के भी हक की कालवी जरुरत पड़ने पर पीछे नहीं रहे। उनकी छवि हमेशा जुझारू नेता वाली रही है। करणी सेना को साथ लेकर उन्होनें जोधा अकबर फिल्म, जोधा अकबर सीरियल, पद्मावत फिल्म में राजपूत समाज की छवि खराब करने के खिलाफ कड़ा विरोध किया। लोकेंद्र सिंह कालवी के पिता कल्याण सिंह कालवी भी केंद्र व राज्य में मंत्री पद पर रह चुके हैं।
जातिगत आरक्षण का किया विरोध
कालवी हमेशा से ही जाति के आधार पर दिए जाने वाले आरक्षण के खिलाफ थे। उन्होनें हमेशा ऐसे लोगों के लिए आरक्षण की मांग उठाई जिन्हें वास्तव में जरुरत है। इसके अलावा कालवी ने सरकार की नीतियों और योजनाओं के खिलाफ कई प्रदर्शन किए। कालवी ने राजनीति के क्षेत्र में भी अपना भाग्य आजमाया। भले ही उन्हें उसमें सफलता नहीं मिली लेकिन उनके सियासी मुद्दों की गूंज ऊपर तक सुनाई दी।