राजस्थान विधानसभा चुनाव का समय जैसे जैसे नजदीक आ रहा है राजनीतिक दल सक्रिय होते दिख रहे हैं। लेकिन भाजपा और कांग्रेस पार्टियों में अपने ही नेताओं के बीच युद्ध चल रहे हैं। कांग्रेस को तो इसका नतीजा भी मिल चुका है। हाल ही में राजस्थान में शहरी स्थानीय निकाय चुनाव में कांग्रेस को भारी नुकसान भुगतना पड़ा। ऐसा सिर्फ इसलिए कि कांग्रेस पार्टी दो दलों में बिखरी हुई है। इन उपचुनावों में कांग्रेस को 12 में से केवल 4 सीटें हाथ लग पाई है।
कांग्रेस मात्र 4 सीटों में सिमटी
राजस्थान में 12 जिलों में 14 सीटों पर नगरीय निकाय और पंचायतीराज संस्थाओं पर 7 मई का उपचुनाव कराए गए। सोमवार को इन उपचुनावों का परिणाम घोषित किया गया। राज्य निर्वाचन आयुक्त मधुकर गुप्ता ने बताया कि कुल 14 सीटों में से बीजेपी को सबसे अधिक 8 सीटें मिली वहीं कांग्रेस मात्र 4 सीटों पर सिमट गई। बाकी की 2 सीटों पर निर्दलीयों उम्मीदवारों ने जगह बनाई। अगर इन परिणामों को देखे तो कांग्रेस की आने वाले विधानसभा चुनावों में बुरी हालत हो सकती है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के बीच आपसी तकरार के चलते पार्टी को नुकसान भुगतना पड़ा।
बीजेपी नेताओं ने मनाई खुशी
इन शहरी स्थानीय निकाय चुनावों में 12 सीटों में पूरी 8 सीटों पर अपना कब्जा किया। बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने जीत की खुशी मनाई। प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने पार्टी के कार्यकर्ताओं को बधाई दी। उन्होनें कहा कि कांग्रेस सरकार की उल्टी गिनती शुरु हो चुकी है। इसका परिणाम आप सबके सामने है। भाजपा सरकार की इस जीत से पार्टी का मनोबल बढ़ेगा।