राजस्थान विधानसभा भवन को लेकर (Ghosts In Rajasthan Vidhan Sabha) हमेशा अपशकुन की बात की जाती है जो हर बार सही साबित भी हो रही है। लेकिन इसके बाद भी कई लोग इसको लेकर अंधविश्वास होने का तर्क देते है लेकिन पिछले 23 साल से यह अंधविश्वास इतना ज्यादा बढ़ गया है कि सदन में कभी भी 200 विधायक एक साथ नहीं बैठ पाए है। इस बार चुनावों में भी आंकडा 199 रहा और एक सीट पर मतदान बाद में हुआ। लेकिन जैसे ही 200 विधायक एक साथ बैठने के लिए तैयार हुए तो एक विधायक ने इस्तीफा दे दिया और आंकडा 199 पर अटक गया।
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23 साल से 200 विधायक साथ नहीं बैठे
जब से विधानसभा भवन का निर्माण हुआ तब से लेकर आज तक सदन में 200 विधायक एक साथ नहीं बैठै है। इसे अपशकुन माने या विधाता को कोई लेख जो हर बार 199 का फेर खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। (Ghosts In Rajasthan Vidhan Sabha) विधानसभा चुनाव के बीच ही करणपुर प्रत्याशी की मौत और बागीदौरा से कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री महेंद्रजीत सिंह मालवीय के बीजेपी जॉइन करने व विधायकी से इस्तीफे के बाद फिर से 199 का अपशकुन बन गया। अब सदस्य फिर 199 रह गए हैं और आने वाले दिनों इस सीट पर मतदान होगा।
विधानसभा भवन शापित है
विधायक पंडित भंवरलाल शर्मा के निधन के बाद पूर्व विधायक हबीबुर्रहमान ने सदन में दावा किया था कि राजस्थान विधानसभा का नया भवन ‘शापित’ है। जब तक विधानसभा में शांति पाठ नहीं होगा और (Ghosts In Rajasthan Vidhan Sabha) जिन किसानों की भूमि पर यह भवन बना है, उनको मुआवजा नहीं दिया जाएगा, तब तक एक साथ 200 विधायकों इस सदन में नहीं बैठ पाएंगे। यह बात नई है बीजेपी विधायक भी इसको लेकर सवाल खड़े करने के साथ पूजा पाठ और हवन कराने की बात कह चुके है। लेकिन इसके बाद भी इसे अंधविश्वास कहरकर टाल दिया जाता है।
श्मशान स्थल पर बना है भवन
विधानसभा भवन के साथ जुड़े श्मशान स्थल को इसका कारण माना जाता रहा है। भवन जिस जगह बना है वो भूमि श्मशान थी लेकिन इसके बाद भी इस बात को स्वीकार नहीं किया जाता है। (Ghosts In Rajasthan Vidhan Sabha) पिछले 20 साल में राजस्थान में 15 से ज्यादा विधायकों की मौत हुई है और कई विधायकों को जेल जाना पड़ा है।
15वीं विस में सर्वाधिक मौतें
2023 – करणपुर से कांग्रेस विधायक गुरमीत कुन्नर का निधन
2022 – कांग्रेस नेता और विधायक भंवरलाल शर्मा का निधन
2021 – वल्लभनगर कांग्रेस विधायक गजेंद्र शक्तावत का निधन
2021 – धरियावद से भाजपा विधायक गौतम मीणा का निधन
2020 – सुजानगढ़ से कांग्रेस विधायक मास्टर भंवरलाल का निधन
2020 – राजसमंद से भाजपा विधायक किरण माहेश्वरी का निधन
2020 – सहाड़ा से कांग्रेस विधायक कैलाश त्रिवेदी का निधन
14वीं विस में हुई थी 4 मौतें
2018 – रामगढ़ से बसपा प्रत्याशी का वोटिंग से पहले हुआ निधन
2018 – मुंडावर से भाजपा विधायक धर्मपाल चौधरी का निधन
2018 – नाथद्वारा से भाजपा विधायक कल्याण सिंह का निधन
2017 – मांडलगढ़ से भाजपा विधायक कीर्ति कुमारी का निधन।
13वीं विधानसभा हुई थी 5 मौतें
2003 – कांग्रेस से लूणी विधायक रामसिंह विश्नोई का निधन.
2002 – कांग्रेस विधायक किशन मोटवानी का निधन.
2002 – बीजेपी विधायक जगत सिंह दायमा का निधन.
2001 – विधायक भीमसेन चौधरी का निधन.
2000 – लूणकरणसर विधायक कैबिनेट मंत्री भीखा भाई का निधन.
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12वीं विधानसभा हुई थी 2 मौतें
2005 – विधायक अरुण सिंह का निधन
2006 – विधायक नाथूराम अहारी का निधन
2001 में बिना उद्घाटन शुरू हुआ था भवन
विधानसभा के नए भवन का निर्माण 1994 में शुरू हुआ था और मार्च 2001 में यह भवन बनकर तैयार हुआ। जयपुर में लालकोठी के पास 17 एकड़ भूमि पर बना है। विधानसभा भवन के पास ही (Ghosts In Rajasthan Vidhan Sabha) एक श्मशान स्थल आज भी है और इसी श्मशान को लेकर लोग भवन पर सवाल उठा रहे हैं। उद्घाटन के दौरान अपशगुन हुआ था और तत्कालीन राष्ट्रपति केआर नारायण को इस भवन का उद्घाटन करना था, लेकिन उद्घाट से ठीक पहले बीमार पड़ने के कारण राष्ट्रपति नहीं आ सके और बिना उद्घाटन के लिए राजस्थान का नया विधानसभा भवन शुरू हो गया था।