Rajasthan Paper Leak: कांग्रेस राज में सरकारी भर्ती परीक्षाओं में पेपर लीक की घटनाओं ने सभी को परेशान कर रखा था और इसके कारण कई बच्चों का भविष्य भी बर्बाद हुआ है। लेकिन भजनलाल सरकार ने पेपर लीक माफिया की कमर तोड़ने का काम शुरू कर दिया और इसमें बड़ी सफलता भी मिली है।
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नेपाल से दबोचा मास्टरमाइंड
हाल ही में कुख्यात 2020 में राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड द्वारा आयोजित हुई कनिष्ठ अभियंता भर्ती परीक्षा (Junior Engineer Recruitment Exam 2020) के पेपर लीक मामले का मास्टरमाइंड को नेपाल से दबोचा है। पेपर लीक मामलों की जांच के लिए स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) का गठन किया था और इसमें बड़ी सफलता मिली है। कनिष्ठ अभियंता भर्ती परीक्षा (Junior Engineer Recruitment Exam 2020) का पेपर हायर सैकेंडरी स्कूल खातीपुरा के थर्ड ग्रेड टीचर राजेंद्र कुमार यादव ने लीक किया था।
सभी आरोपी सरकारी कर्मचारी है
जेईएन भर्ती परीक्षा 2020 में हुए पेपर लीक प्रकरण में 50 हजार के इनामी बदमाश को गिरफ्तार किया तो उसने जो खुलासे किए वह बहुत हैरान करने वाले थे। मुख्य आरोपी हर्षवर्धन मीणा और राजेन्द्र यादव को नेपाल बॉर्डर से गिरफ्तार किया गया था। सभी आरोपी सरकारी कर्मचारी है और उनका यह गैंग लंबे समय से काम कर रहा है। पुलिस अनुसंधान पता चला की प्रतियोगी परीक्षाओं में डमी अभ्यर्थी बैठा कर भी अभ्यर्थियों का चयन करवाते थे।
500 से ज्यादा लोगों को सरकारी नौकरी लगवाई
आरोपी पैसा कमाने के साथ अपने परिजनों को भी सरकारी नौकरी लगवा रहे थे। पेपर लीक मामले में सरकारी कर्मियों का हाथ और इनके रिश्तेदार भी नौकरी लगे है। हर्षवर्धन खुद पटवारी, पत्नी भी पटवारी, भाभी भी नौकरी करती है। मास्टरमाइंड हर्षवर्धन मीणा कई सालों से यह काम करने में लगा था और 500 से ज्यादा अभ्यर्थियों की पेपर लीक, डमी कैंडिडेट व ब्लूटूथ से नकल करवाकर सरकारी नौकरी लगाने की बात कबूल की है। इतने कम समय में उसके पास कई जिलों में करोड़ों रुपए की प्रॉपर्टी होने की जानकारी मिली है।