Holi 2024 Jaipur: हिन्दुओं का प्रमुख पर्व होली इस वर्ष 25 मार्च को सेलिब्रेट किया जाएगा। बसंत का महीना लगते ही होली के पर्व का इंतजार शुरू हो जाता हैं। फाल्गुन शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा की रात होलिका दहन होता हैं। इसी के अगले दिन रंगारंग होली खेली जाती हैं। भारत के अलग-अलग हिस्सों में होली खेलने का एक अलग ही अंदाज होता है। होली के पर्व पर जयपुर समेत देशभर के मंदिरों में ठाकुरजी के साथ फूलों की होली भी खेली जायेगी। कुछ मनमोहक नजारा हर साल राजस्थान की राजधानी जयपुर के गोविंददेव जी के मंदिर में भी देखा जाता हैं। चलिए जानते है इस मंदिर की होली के बारे में-
जयपुर के आराध्य गोविंददेवजी मंदिर में करीब 20 दिन फाग के रंग नजर आते हैं। वहीं, खाटू श्याम जी के भक्त श्याम निशान लिए जयपुर से पैदल के लिए रवाना होते हैं। श्याम प्रभु के भजनों के बीच फाग के गीत भक्तों का उत्साह बढ़ाते हैं। मंदिर में ठाकुरजी के साथ फूलों की होली खेली जाती है।
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गोविंददेवजी में फाग के रंग
(Govinddevji Mandir Jaipur)
शहर के आराध्य गोविंददेव जी मंदिर में होली से करीब 15 दिन पहले से ही फागोत्सव का उल्लास नजर आने लगता है। फागोत्सव में होली के रंग बिखरते हैं। इस दौरान रोजाना रचना झांकी के दर्शन होते हैं। साथ ही फागोत्सव में होलिकोत्सव भी धूमधाम से सेलिब्रेट किया जाता हैं। इस उत्सव के दौरान ठाकुरजी के समक्ष फाग के रंग बिखरेंगे और होली के गीतों का धमाल नजर आएगा। गोविंददेव जी मंदिर में बरसाने की लट्ठमार होली भी साकार होती दिखाई देती हैं।
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इस होली चलें गोविंददेव जी
इस दौरान मंदिर में पुष्प फागोत्सव का आयोजन भी प्रमुख होता हैं। पुष्प फाग और होली पद भजनामृत वर्षा अनुष्ठान के कार्यक्रम भी ख़ास रहते हैं। भजनों की स्वर लहरियां और मंदिर में गुलाल होली का आयोजन भी भक्तों के आकर्षण का केंद्र रहता हैं। ऐसे में इस होली चलें जयपुर के गोविंददेव जी मंदिर।