Ramadan 2024 Hindi:शबे बारात के बाद अब मुस्लिम बंधु पवित्र महीने रमजान की तैयारी में लग गये हैं। वही माहे रमजान का पाकीज़ा महीना जिसमें एक के बदले 700 नेकियां मिलती हैं। हर वक्त आसमान से मौला की रहमत बरसती है। रमजान के पाक महीने में मुसलमान तीस दिन के रोजे रखते हैं। साथ ही हर बुराई से बचते हैं। इस महीने कोई गलत काम नहीं किया जाता है। भारत में 10 मार्च 2024 को रमजान का चांद नजर आ सकता है। यानी दो हफ्ते बाद ये पवित्र महीना शुरु होने जा रहा है। कहा जाता है कि जिसकी मौत रमजान (Ramadan 2024 Hindi) में होती है, उसे सीधे जन्नत में एंट्री मिलती है।
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आ रहा है रमजान का महीना
शब ए बारात के त्योहार के बाद अब मुसलमान पवित्र महीने Ramadan का इंतज़ार कर रहे हैं। माना जा रहा है कि पहला रोजा 11 मार्च या फिर 12 मार्च 2024 को होगा। मुस्लिम बंधु रमजान के पाकीजा महीने में कोई भी गलत काम नहीं करते हैं। बल्कि इस महीने में लौ लगाकर अल्लाह ही की इबादत में रम जाते हैं। दिन रात नमाज और जिक्र में मशगूल रहते हैं। कुरआन शरीफ की खास तिलावत यानी पाठ इस Ramadan के महीने में की जाती है।
क्या है कुरआन से कनेक्शन?
मान्यता है कि कुरआन शरीफ पैगंबरे इस्लाम पर इसी महीने में उतरी थी। इसीलिए मुस्लिम बंधु माहे रमजान में कुर्आन मजीद की खास तिलावत करते हैं। रोजे रखने के बाद कुरआने पाक की तिलावत की जाती है। झूठ फरेब और चुगली से रमजान में खास परहेज किया जाता है। बताया जाता है कि इस महीने में जहन्नम के दरवाजे बंद कर दिये जाते हैं। शैतान को कैद करके दरिया में फेंक दिया जाता है।
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रमजान में बरसती है रहमत
रमजान के महीने में आसमान से दिन रात मौला की रहमत बरसती रहती है। तीस रोजे जिसने भी रखे हैं, उसकी मगफिरत वाजिब हो जाती है। पूरा महीना तीन हिस्सों में तक्सीम किया गया है। पहला हिस्सा बरकत का है, दूसरा मगफिरत का और तीसरा जहन्नम की आग से खुलासी का होता है। भारत में 11 मार्च को पहला रोजा रखा जाएगा। वही अरब मुल्कों में 10 मार्च 2024 को पहला रोजा रखा जाएगा।