जयपुर। Holi 2024 से ही इस बार लू चलने लगेगी क्योंकि मार्च महीने को लेकर वैज्ञानिकों ने चेतावनीभरी भविष्यवाणी की है। आईएमडी के पूर्व महानिदेशक केजे रमेश की तरफ से कहा गया है कि प्री-मॉनसून सीजन इस बार भी पिछले 2 साल की तरह ही रहेगा। IMD के मुताबिक इसबार होली 2024 के आसपास देश के सभी राज्यों में लू चल सकती है। इसके पीछे का कारण ये है होली इस बार मार्च के अंतिम सप्ताह में है। जबकि, साउथ इंडिया में फरवरी माह की शुरुआत में ही तापमान में बढ़ोतरी होना शुरू हो गया है। दक्षिण भारत में स्थिति ये है कि अभी से ही वहां पर दिन का तापमान 4 से 6 डिग्री सेल्सियस से अधिक रिकॉर्ड किया जा रहा है। महाराष्ट्र और ओडिशा समेत कुछ राज्यों में अभी से तापमान 33 डिग्री सेल्सियस से अधिक चल रहा है।
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Holi 2024 से चलेगी लू
मौसम विज्ञानियों के मुताबिक हम मौसमी चक्र के ऐसे दौर से गुजर रहे हैं जब सर्दी खत्म होने के तुरंत बाद गर्मी आने लगी है। इस वजह से वसंत का दौर काफी कम या नहीं के बराबर हो चला है। दुनिया भर के मौसम पर अलनीनो का असर दिखाई दे रहा है। अलनीनो की वजह से प्रशांत महासागर के साथ ही बंगाल की खाड़ी और अरब सागर की सतह के तापमान में बढ़ोतरी हो रही है जो पिछले एक साल में सामान्य से अधिक दर्ज किया गया है। 2023 में देश में हीटवेव दक्षिण भारत में 3 मार्च से शुरू हुई थी। लू की यह स्थिति देशभर में मई के तीसरे हफ्ते तक रही थी। जबकि 2022 में हीटवेव 11 मार्च से शुरू होकर देशभर में जून के पहले सप्ताह तक जारी थी।
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40 सालों में बदल चुका है मौसम
मौसम को लेकर सेंटर फॉर साइंस एंड इनवायरमेंट ने शोध की है जिसमें यह बात सामने आई है कि पिछले 45 साल में एक भी महीना ऐसा नहीं गया जब मौसम सामान्य रहा हो जब मौसम में पीक इवेंट नहीं हुआ हो है। वर्ष 2023 में ही 365 में 318 दिन पीक इंवेंट वाला रहा। पीक इवेंट का मतलब मौसमी बदलाव से है जैसे बाढ़, बर्फबारी, अत्यधिक गर्मी, सर्दी से जुड़ी घटनाएं जिनसें लोग अधिक प्रभावित नहीं हों। देश के आठ राज्यों में एक्सट्रीम वेदर की 100 से अधिक घटनाएं रिकॉर्ड की गईं। इनमें हिमाचल प्रदेश शीर्ष पर रहा। राज्य में 149 दिन ऐसी घटनाएं हुईं। मध्य प्रदेश, केरल और यूपी भी उन राज्यों में शामिल रहे जहां इन घटनाओं ने लोगों को परेशान किया।