कर्नाटक में कांग्रेस की ऐतिहासिक जीत पूरे भारत में चर्चा का विषय बना हुआ है। आखिर कांग्रेस ने ऐसी क्या रणनीति अपनाई कि उसने दिग्गज पार्टी भाजपा को भारी मतों से पीछे छोड़ दिया। तो आपको बता दें कि कांग्रेस में इस जीत के पीछे रणनीतिकार सुनील कानूगोलू है। पिछले साल पार्टी के लिए एक रणनीतिकार के रूप में काम करने के लिए कांग्रेस में लाया गया था। कानूनगोलू ने ही कर्नाटक चुनावों के लिए सारे फैसले लिए थे। अब एमपी चुनावों के लिए भी कानूगोलू को जिम्मेदारी दी गई है।
पर्दे के पीछे रहकर बनाई रणनीति
सुनील कानूगोलू ने अदृशय होकर कांग्रेस पार्टी के लिए रणनीति बनाई। भारत जोड़ो यात्रा से लेकर कर्नाटक में सर्वेक्षण, चुनाव प्रचार, उम्मीदवारों का फैसला कानूगोलू ने ही किया। इतना ही नहीं बीजेपी और जद को पछाड़ने के लिए महत्वूपर्ण अभियान चलाए। इनमें रेट कार्ड जारी करना, पे-सीएम, 40 प्रतिशत कमीशन सरकार और प्रियंका गांधी वाड्रा के पीएम मोदी पर निशाना साधने के बाद 'क्राई पीएम' अभियान खास रहे।
अब एमपी में जीत की जिम्मेदारी मिली
कर्नाटक में ऐतिहासिक जीत दिलाने के बाद सुनील कानूगोलू को मध्य प्रदेश में जीत दिलाने की जिम्मेदारी दी गई है। मध्य प्रदेश में चुनावों में कुछ ही समय बाकी है। कर्नाटक की तरह ही एमपी में शिवराज सिंह चौहान को घेरने के लिए अभियान चलाने की रणनीति बनाई जाएगी। एमपी इलेक्शन को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और दिग्विजय सिंह दोनों ने ही कमर कस ली है। बता दें कि कानूनगोलू ने पीएम मोदी और उत्तर प्रदेश में 2017 बीजेपी के लिए काम किया और योगी आदित्यनाथ को जीत दिलाई।