तेलंगाना मे कल तेलुगु हनुमान जयंती के मौके पर हिंदू एकता यात्रा का आयोजन रखा गया था। तेलंगाना के इस कार्यक्रम में असम के मुख्यमंत्री हेमंत विश्वा सरना ने देश में जल्द ही समान नागरिक संहिता, यूनिवर्सल सिविल कोड (अनुच्छेद 44) लागू करने की बात कही। साथ ही बहु विवाह खत्म हो, इस पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा भारत में कुछ लोग ऐसे हैं। जो चार- चार महिलाओं से शादी करते हैं। इसका विरोध करते हुए। उन्होंने यूनिवर्सल कोड लाने की बात कही।
इस यात्रा के दौरान कई नामचीन हस्तियां भी इसमें शामिल हुई। द केरला स्टोरी के निर्देशक और उनके साथियों के अलावा बहुत से लोग यात्रा का हिस्सा बने। इतना ही नहीं असम के मुख्यमंत्री हेमंत विश्वा भी हिंदू एकता यात्रा में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। और ओवैसी पर जोरदार गरजे।
वही भारतीय जनता पार्टी अध्यक्ष लोक सभा सांसद संजय द्वारा संबोधन में कहा गया कि भारत में यूनिवर्सल सिविल कोड आने जा रहा है। यह भारत को एक सच्चा धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र बनाने का समय भी है। ओवैसी की आलोचना करते हुए सरना और संजय लव जिहाद पर भी खूब बोले। सीएम विश्वा ने कहा असम में लव जिहाद को रोकने के लिए हम मदरसों को बंद करने की दिशा में काम कर रहे हैं। इतना ही नहीं इस दिशा में 600 मदरसे बंद कर दिए गए हैं, और आगे चलकर 300 मदरसे और बंद करने हैं। जो लव जिहाद फैला रहे हैं।
लव जिहाद पर गरजे
इस कार्यक्रम की रूपरेखा बताते हुए। बीजेपी के पदाधिकारी ने इसका उद्देश्य भी बताया। उन्होंने कहा कि देश में धर्मनिरपेक्षता, विविधता और बहुलता के नाम पर भारत के ताने-बाने को तोड़ने का काम करने वाली विभाजन कारी शक्तियों, ताकतों को दूर करने के लिए यह यात्रा आयोजित की गई है। जिसका मुख्य उद्देश्य राष्ट्र में एकता और एकजुटता बनाए रखना है। असम मुख्यमंत्री ने कर्नाटक विधानसभा पर भी अपने विचार रखे। उन्होंने कहा जब तक सूर्य और चंद्रमा मौजूद है। तब तक भारत में राष्ट्रवाद और सनातन धर्म रहेगा।
वहीं सांसद संजय बंदी तेलंगाना भाजपा प्रमुख ने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा, की हिंदू एकता यात्रा का उद्देश्य भारत राष्ट्रीय समिति बीआरएस सरकार के तहत तेलंगाना के हिंदुओं के साथ हुए अन्याय को उजागर करना है। उन्होंने आगे कहा यह राज्य इस्लामी चरमपंथियों के लिए सुरक्षित आशय स्थल बन गया है। यहां हिंदुओं के साथ अन्याय और अमानवीय व्यवहार होता है। जो ऑल इंडिया मजलिस- ए- इत्तेहादुल- मुस्लिमीन की मिलीभगत से है।
प्रदेश में विभाजनकारी ताकतों को समाप्त करने के लिए तथा प्रदेश में सांप्रदायिक एकता व सौहार्द की भावना को बढ़ाने के लिए इसका आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने आगे कहा भारत में समान नागरिक संहिता अब समय की मांग है इस पर विचार करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि इस यात्रा में किसी भी संप्रदाय, जाति, भाषा और क्षेत्र के हिंदुओं को शामिल होने का खुला अवसर दिया गया है।
वही हिंदू एकता यात्रा में असम मुख्यमंत्री हेमंत विश्वा सरना ने तेलंगाना मुख्यमंत्री का नाम लिए बिना कहा की अब इनके पास मात्र 5 महीने का समय बचा है। हमें तेलंगाना में रामराज्य चाहिए। हिंदू मान्यता के अनुसार हमें रामराज्य लाना है। तेलंगाना में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में ऐसी रैलियां क्या गेमचेंजर होगी, देखने वाली बात होगी?