कांग्रेस के एक विधायक अक्सर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को चिट्ठी लिखा करते है। उनकी चिट्ठीयों को लेकर आए दिन चर्चा में बने रहते है। जी हां हम बात कर रहे है कोटा के कांग्रेस विधायक भरत सिंह कुंदनपुर की। हाल ही में उन्होने गहलोत को सलाह देते हुए उनके एक मंत्री पर निशाना साधा है। भरत सिंह ने कहा कि जो भ्रष्टाचारी है सीएम उनका साथ छोड़े और जो भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठा रहे है उनका साथ दें।
चिट्ठी में टॉयलेट शब्द किसके लिए किया इस्तेमाल
विधायक कुंदनपुर ने अपनी चिट्ठी में लिखा कि 'टॉयलेट को छोड़े और पायलट से नाता जोड़े'। विधायक भरत सिंह ने बताया कि उन्होनें टॉयलेट शब्द का इस्तेमाल खनन मंत्री प्रमोद जैन भाया के लिए किया है। जिस तरह शरीर की गंदगी निकालने के लिए हम टॉयलेट में जाते है और फिर साबुन से हाथ धोते है। भाया भी भ्रष्टाचारी है। ऐसी ही गंदगी से मुख्यमंत्री को दूर रहकर भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने वाले पायलट का साथ देना चाहिए। विधायक भरत सिंह ने यह भी कहा कि यह वर्तमान गृहमंत्री के लिए चिंता का विषय है। उन्हें भाया को संरक्षण नहीं देना चाहिए।
मुझे गहलोत जितना अनुभव
विधायक कुंदनपुर ने कहा कि जितना अनुभव सीएम गहलोत को है, मुझे भी राजनीति का उतना ही अनुभव है। भले ही मैं बड़े स्तर पर अपनी पहचान नहीं बना पाया लेकिन जमीनी स्तर से जुड़कर हमेशा भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ा हूं। कोई एक पैसे का भी मुझ पर आरोप नहीं लगा सकता। अगर कांग्रेस पार्टी में भ्रष्ट लोगों को दूर कर दिया जाए तो पार्टी निश्चित रुप से जीत सकती है। विधायक भरत सिंह ने यह भी कहा कि मैं मुख्यमंत्री जी को बोलता हूं कि छोड़ो यह मोह, तीन बार सीएम बन गए अब युवाओं को मौका दो। मैं खुद इस बार चुनाव नहीं लड़ूंगा।