जयपुर। राजस्थान में कांग्रेस के लिए विधानसभा चुनाव जीतना है अब भारी पड़ गया है। क्योंकि भारतीय जनता पार्टी का नियंत्रण सीधा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथ में आ गया है। भाजपा के लिए प्रचार करने वालों के संभावित नामों सबसे मजबूती से सीआर पाटिल का नाम सामने आया है। गुजरात विधानसभा चुनाव की जीत में उनकी अहम भूमिका रही थी। इतना ही नहीं बल्कि पन्ना प्रमुख मुहिम को और आगे ले जाने का भी श्रेय उनका ही है।
रिकॉर्ड तोड़ मतों से जीते
सीआर पाटिल ने अपने लोकसभा क्षेत्र में पेज समिति का प्रयोग किया। पेज समितियों का गठन किया। इन्हीं को प्रचार का काम सौंप दिया। अपने क्षेत्र में पाटिल प्रचार के लिए नहीं गए। न ही किसी बड़े नेता की सभा करवाई। इसके बाद भी पाटिल रिकॉर्ड तोड़ मतों से जीते।
धर्मेन्द्र प्रधान का भी नाम
पाटिल के अलावा केंद्रीय मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान का भी नाम इस सूची में शामिल है। हालांकि उन्हें कर्नाटक का प्रभारी बनाया गया है। ऐसे में उन्हें चुनाव प्रभारी बनाने के आसार कम हैं। इसके अलावा केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर का नाम भी प्रभारी के लिए चल रहा है। ठाकुर कई बार राजस्थान आ भी चुके हैं। इससे पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर के पास भी चुनाव प्रभारी का जिम्मा रह चुका है।
सभी जिम्मेदारी चुनाव प्रभारी के पास
विधानसभा चुनाव के दौरान चुनाव प्रभारी की भूमिका अहम होती है। चुनाव प्रचार कैसे होगा, किस-किस नेता के कब-कब दौरे होंगे, ये सभी चुनाव प्रभारी की सहमति से तय होता है। चुनावी सभाओं की जिम्मेदारी भी चुनाव प्रभारी के पास होती है। ऐसे में पार्टी किसी सीनियर नेता को ही यह जिम्मेदारी सौंपती आई है। साथ ही नेता ऐसा होता है, जिसकी केंद्रीय नेतृत्व से सामंजस्य सही रहता है।