जयपुर। राजस्थान में भारतीय पार्टी की बड़ी नेता व पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया ने BJP को बड़ा झटका दिया है। इधर, भाजपा ने आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर कमर कसी हुई ली है। इसी के चलते प्रदेश कार्यसमिति की बैठक नागौर के लाडनूं में आयोजित हुई। इस बैठक के उद्घाटन सत्र में मोदी सरकार के 9 साल के कार्यकाल को लेकर चर्चा की गई। इस दौरान केंद्र सरकार जो योजनाएं लाई हैं, उन योजनाओं को जमीनी स्तर तक पहुंचाने और योजनाओं का प्रचार-प्रसार हो, इस लेकर मंथन हुआ। हालांकि, इस बैठक में वसुंधराजे सिंधिया नहीं पहुंची जिसको लेकर चर्चा जोरों पर है।
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भाजपा बना रही कांग्रेस के घेरने की रणनीति
भाजपा की प्रदेश कार्यसमिति की यह बैठक अलग-अलग सत्रों में आयोजित हुई। बैठक में मुख्य रूप से आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर चर्चा होगी कि किस तरह से बीजेपी विधानसभा चुनाव में उतरेगी। विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को घेरने की रणनीति इस बैठक में बीजेपी बनाएगी। ताकि आगामी विधानसभा चुनाव में बीजेपी दमखम के साथ उतर सके। प्रदेश की कांग्रेस सरकार को घेरने के साथ-साथ केंद्र सरकार की योजनाओं को जमीनी स्तर पर लागू करने और लोगों को योजनाओं के लाभ बताने के कार्य की रणनीति इसमें बनाई गई।
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बैठक में पहुंची वसुंधरा राजे
इस बैठक में इस बात पर भी नजर थी कि क्या वसुंधरा राजे इस बैठक में पहुंचेगी, लेकिन प्रदेश की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे इस बैठक में नहीं पहुंची। साथ ही नागौर जिले के कई ऐसे नेता जो वसुंधरा राजे के करीबी है वह भी इस बैठक में नहीं पहुंचे, इससे चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है। हालांकि भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी, प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह, केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल, गजेंद्र सिंह शेखावत और ओम माथुर सहित सहित बीजेपी नेता बैठक में मौजूद रहे।