आतंकवाद, आत्मसमर्पण या आजादी क्या मिलेगा इमरान और पाकिस्तान को? पाकिस्तान में आर्थिक संकट मंदी, मुद्रास्फीति और महंगाई के बाद राजनीतिक संकट और गहरे पेचीदा होते जा रहे हैं।
क्या है हालिया मामला?
एक तरफ पाकिस्तान सरकार इमरान खान के पीछे हाथ धोकर पड़ी है। दूसरी तरफ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इमरान खान भारत को बदनाम करने की कोशिश भी कर रहे है। स्वयं को देशभक्त बताने वाले इमरान खान को वहां की सरकार ने भगोड़ा करार दे दिया है। यही कारण है कि पिछले कुछ दिनों से लगातार पुलिस और रेंजर्स की टीम हाथ धोकर उनके पीछे पड़ी है। एक बार फिर "तहरीक ए इंसाफ" के अध्यक्ष और पूर्व पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के आवास की और पुलिस कूच कर रही है। मीडिया रिपोर्ट "द डॉन न्यूज़" के हालिया सूत्रों से पता चला है कि जमन पार्क में पुलिस ने मजदूरों पर बार-बार गोलाबारी की है। इतना ही नहीं वहां मौजूद मजदूरों पर भी जमकर गोलियां चलाई गई है। इमरान समर्थक भारी मात्रा में पुलिस का सामना कर रहे हैं।
इमरान का संदेश
पाकिस्तान जनता को संघर्ष की राह पर ले जाने वाले इमरान ने कहा है "अगर मुझे कुछ हो जाता है और जेल भेज दिया जाता है या मार दिया जाता है तो आप को साबित करना होगा कि आप इमरान खान के बिना भी संघर्ष करेंगे, गुलामी स्वीकार नहीं करेंगे, चोरों के खिलाफ आंदोलन जारी रखेंगे।" अपने बयान में इमरान खान ने पाकिस्तान की जनता को घरों से बाहर निकलने का आवाहन किया, वह चाहते हैं कि भारी बहुमत से लोग सड़कों पर आए और उनकी गिरफ्तारी को रोकने का प्रयास करें।
क्या हार गए इमरान?
पीटीआई के वरिष्ठ नेता फारूक हबीब ने कल अपने बयान में कहा था। कुछ भी हो जाए इमरान खान फर्जी मामलों में पुलिस के सामने आत्मसमर्पण नहीं करेंगे। हबीब ने यह भी कहा कि "महिला न्यायाधीश को धमकाने से संबंधित मामले में गिरफ्तारी वारंट को इस्लामाबाद हाईकोर्ट ने आज निलंबित कर दिया, देखते हैं पुलिस अब नया क्या वारंट लेकर आई है?
वास्तविक आजादी मिलेगी?
सरकार और इमरान के बीच चूहे बिल्ली का खेल अभी भी जारी है। इमरान को लगता है कि अगर वह पुलिस, सरकार के हत्थे चढ़ गए तो शायद फिर से वापसी नहीं कर पाएंगे। 4 माह पूर्व भी एक जनसभा को संबोधित करते हुए इमरान खान पर आत्मघाती हमला हुआ था। जिसे वे अभी नहीं भूल पाए हैं। उन्होंने पाकिस्तान की जनता को फिर से आजादी की याद दिलाई। सच तो यह है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान में आजादी, आतंकवाद आत्मसमर्पण हॉट टॉपिक बना हुआ है। तभी इमरान खान ने फिर से अपनी जनता को संबोधित करते हुए कहा।
उन्हें (सरकार) को लगता है कि मेरी गिरफ्तारी के बाद देश सो जाएगा, आपको उन्हें गलत साबित करना होगा। अपने पाकिस्तान समर्थकों को एकजुट हो वास्तविक आजादी के लिए घरों से निकलने का आग्रह किया।
क्या दूसरे देश को आतंकवाद और अस्थिता में धकेलने वाले पाकिस्तान को वास्तविक आजादी मिलेगी? किससे चाहिए उन्हें वास्तविक आजादी उस आतंकवादी से जिसको उन्होंने परजीवी की तरह पाला पोसा और बड़ा किया? वही आतंकवाद अब उनका सरताज बन कर उन पर शासन करने को आतुर है।