जयपुर। राजस्थान में इसी साल विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं, जिसके लिए सभी सत्तारूढ़ कांग्रेस समेत सभी राजनीतिक पार्टियों ने अपनी रणनीति बनानी शुरू कर दी है। कर्नाटक में जीत चुकी कांग्रेस अभी फुल फॉर्म में है राजस्थान में अपनी सरकार दोहराने के लिए कटिबद्ध हो चुकी है। यदि कर्नाटक में जीत की कारणों की बात करें तो वो शानदार रहे। ऐसे में कहा जा रहा है कि राजस्थान में भी कांग्रेस को विधानसभा चुनाव जीतना है तो 5 ऐसे तरीके अपनाने जरूरी है जो उसके सिर पर फिर से ताज सजा सकते हैं—
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दूर करे एंटी इनकंबेंसी
राजस्थान देश के उन राज्यों में शामिल हैं जहां हर साल 5 साल बाद सत्ता परिवर्तन की परंपरा रही है। राजस्थान में गहलोत पर भाजपा पर भ्रष्टाचार के आरोपों कार्रवाई न करने की काफी आलोचना हुई है। ऐसे में कांग्रेस पार्टी को ठोस रणनीति बनाकर इस पर काम करना होगा तभी वो जीत सकती है।
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खत्म करे पार्टी के अंदर की गुटबाजी
पिछले 5 सालों में गहलोत और पायलट के बीच विवाद ने कांग्रेस की पूरे देश में किरकिरी कराई है। इसका बुरा असर कार्यकर्ताओं के अलावा जनता पर भी पड़ा है। ऐसे में दोनों को चुनाव पूर्व किसी भी तरह एक साथ लाना होगा, तभी जीत मिलने की संभावना है।
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पायलट और गहलोत के अनुभव को दें तवज्जो
राजस्थान में गहलोत और पायलट ही बड़े नेता हैं. जहां गहलोत अनुभवी हैं तो वहीं पायलट युवा और मेहनती कार्यकर्ता हैं. इन दोनों ही नेताओं की जनता के बीच मजबूत पकड़ है। ऐसे में पार्टी को दोनों को साथ लेकर चलना पड़ेगा क्योंकि कर्नाटक में कांग्रेस के लिए ये फायदेमंद साबित हुआ।
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मजबूत करें संगठन
राज्य में विधानसभा चुनावों में जीत के लिए कांग्रेस को अपने संगठन को मजबूत करना होगा। इसके लिए बूथ लेवल तक काम करने की जरूरत है.
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करना होगा मजबूत नेतृत्व
कांग्रेस पार्टी को राजस्थान में नेतृत्व को मजबूत करना होगा। इसका मतलब गहलोत और पायलट के अलावा भी अनुभवी नेता और कार्यकर्ताओं को तवज्जो दी जाए। ऐसे नेताओं को पकड़ा जाए जो पार्टी के साथ लंबे समय से खड़े हैं।