सीकर कलेक्ट्रेट में चल रही बैठक में बजट घोषणाओं की समीक्षा के बजाय विधायक राजेंद्र पारीक और कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के बीच घमासान शुरु हो गया। दोनों को शांत कराने के लिए प्रभारी मंत्री शकुंतला रावत ने खूब कोशिश की लेकिन बात नहीं बनी। दोनों ने एक दूसरे को जमकर खरी खोटी सुनाई। दोनों के बीच नोंकझोंक इतनी बढ़ गई कि राजेंद्र पारीक ने डोटासरा को कह दिया कि आप अपनी विधानसभा लक्ष्मणगढ़ का ध्यान रखो। वहीं डोटासरा ने भी पारीक को कह दिया कि आप अपनी सीमा में रहिए।
बजट घोषणाओं को लेकर हुई बैठक
दरअसल, सोमवार को सीकर कलेक्ट्रेट सभागार में बजट घोषणाओं को लेकर प्रभारी मंत्री शकुंतला रावत ने बैठक बुलाई थी। इस बैठक में सीकर विधायक राजेंद्र पारीक और लक्ष्मणगढ़ विधायक गोविंद सिंह डोटासरा भी मौजूद थे। बैठक के दौरान नवलगढ़ रोड जल निकासी और नवलगढ़ रोड पुलिया फोरलेन प्रोजेक्ट को लेकर लक्ष्मणगढ़ विधायक गोविंद सिंह डोटासरा ने अधिकारियों से जवाब मांगा। डोटासरा ने नवलगढ़ पुलिया फोरलेन पर पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को कहा कि आपने पीपीटी में कोई और बात बताई है। जबकि बैठक में दूसरी बात कह रहे हो। इस पर पारीक ने अधिकारियों का पक्ष लिया। इसी बात को लेकर पारीक और डोटासरा के बीच जंग छिड़ गई।
10 मिनट तक चली बहस के बाद मामला शांत हुआ
पारीक और डोटासरा के बीच पानी के मुद्दे को लेकर शुरु हुई नोंकझोंक कुछ देर तक चलती रही। करीब 10 मिनट तक चले विवाद को प्रभारी मंत्री शकुंतला रावत ने बीच में कई बार रोकने की कोशिश की लेकिन बात नहीं बनी। बीच-बचाव के बाद दोनों को शांत किया गया और फिर बैठक वापस शुरू हुई।