Sarv Brahmin Mahasabha: राजस्थान में लोकसभा चुनाव में ब्राह्मण समाज के वोटों की कांग्रेस पार्टी को जरूरत नहीं है। ये बहुत ही दुर्भाग्य पूर्ण है कि पूरे प्रदेश में कांग्रेस पार्टी ने एक भी ब्राह्मण उम्मीदवार नहीं उतारा है। आजादी के बाद से आज तक हर बार राजनीतिक पार्टियां ब्राह्मण समाज को कम से कम 2 से 3 सीट उम्मीदवार के रूप में देती थी। परन्तु इस बार कांग्रेस पार्टी ने ब्राह्मण समाज का अपमान और अनादर किया है तथा पूरे प्रदेश में एक ब्राह्मण भी इस योग्य नहीं लगा कि उसे उम्मीदवार बनाया जा सके।
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ब्राह्मण समाज के व्यक्ति को अपमानित किया
यहां तक की जयपुर लोकसभा में एक ब्राह्मण उम्मीदवार बनाया गया, पता उसने ऐसा क्या पाप किया कि उसे अपमानित करके टिकट वापिस छीन लिया। पुरा ब्राह्मण समाज इस बात से आहत है कि कांग्रेस के नेता पाकिस्तान जाकर भारत विरोधी बयान देते है। उनको कांग्रेस पार्टी सम्मानित करती है और ब्राह्मण समाज के व्यक्ति को अपमानित करके टिकट छीन लिया जाता है।
ब्राह्मण समाज को किया दरकिनार
सर्व ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पं. सुरेश मिश्रा ने बताया कि राजस्थान प्रदेश में ब्राह्मण समाज की आबादी 1 करोड़ के आस पास है तथा राजस्थान के प्रत्येक गांव, तहसील, ढाणी में ब्राह्मण समाज के लोग बडी संख्या में रहते है और ब्राह्मण सबको साथ लेकर चलने की बात करता है। (Sarv Brahmin Mahasabha) ऐसे ब्राह्मण समाज को राजनीतिक रूप से दरकिनार करना कांग्रेस पार्टी को महंगा पडेगा। ब्राह्मण समाज अपने हको के लिये लोकतंत्र में अपनी बात कहने के लिए कटिबद्ध है। प्रदेश में सभी लोकसभाओं में ब्राह्मण समाज हार जीत का फैसला करेगा और इसके लिए एक अभियान चलाया जाएगा कि ब्राह्मण वोट करें और कांग्रेस को हराये। जिस पार्टी को हमें प्रतिनिधित्व नहीं देना है और हमारे वोट की कीमत नहीं समझते है तो ऐसे में उसके साथ समाज का एक भी व्यक्ति खड़ा नहीं होगा।
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कांग्रेस बायकॉट
राजस्थान प्रदेश में जयपुर शहर, जयपुर ग्रामीण, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, अलवर, कोटा ब्राह्मण बाहुल्य सीटें हैं। (Sarv Brahmin Mahasabha) यहां पर भी किसी ब्राह्मण उम्मीदवार पर चर्चा भी नहीं की गई। इससे साफ जाहिर होता है कि कांग्रेस ब्राह्मणों को दरकिनार करना चाहती है। ऐसे में हमने तय किया है कि सर्व ब्राह्मण महासभा की अलग-अलग टोलियों के माध्यम से जागरूकता अभियान चलाएंगे और कांग्रेस बायकॉट का संकल्प लेगें। पहले जयपुर शहर से सुनील शर्मा को उम्मीदवार बनाया गया लेकिन बाद में उनकी जगह प्रताप सिंह खाचरियावास को चुनावी मैदान मे उतार दिया है यह बात सबको हैरान कर रही है।