महिला पहलवान खिलााड़ियों के कथित यौन शोषण मामले में अब पहलवान करो या मरो की रणनीति अपना रहे हैं। पहलवानों और सरकार के बीच में पिछले कई दिनों से ठनी हुई है। अब खिलाड़ियों ने अपने खून पसीने से कमाए गए मेडलों को गंगा में बहाने को ऐलान किया है। पहलवान बजरंग पूनिया ने ट्वीट कर यह जानकारी दी है। सोशल मीडिया पर खिलाड़ियों की ओर से जारी किए गए एक पत्र में यह कहा गया है कि पहलवान मेडलों को गंगा में बहाने के बाद आमरण अनशन पर भी बैठेंगे। जो कि इंडिया गेट पर किया जाएगा।
संसद के उद्घाटन के दिन लिया था हिरासत में
नए संसद भवन के उद्घाटन के दिन 28 मई को प्रदर्शन कर रहे पहलवानों को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में ले लिया था। पहलवान दिल्ली में नए संसद भवन के बाहर पंचायत का आह्वान कर रहे थे। जिससे वे प्रधानमंत्री का ध्यान अपनी ओर खींचा जा सके।
यहां संसद भवन की ओर कूच करने से जब उन्हें रोका गया। तब तनाव बढ़ने के बाद उनके साथ धक्का मुक्की कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था। इस समय दिल्ली से करीब 700 लोगों को हिरासत में लिया गया था। यही नहीं साक्षी मलिक, विनेश फोगाट, बजरंग पूनिया के खिलाफ तो भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत प्राथमिकी भी दर्ज करवाई गई है। हालांकि पहलवानों को रविवार देर शाम रिहा भी कर दिया गया था।
गंगा से पवित्र मेडल गंगा को समर्पित
खिलाड़ियों का कहना है कि उनके लिए ये मेडल पवित्रता का ही रूप हैं। जिन्हें उन्होंने मेहनत करके पाया है। वहीं गंगा की पवित्रता भी सबसे पहले मानी जाती है। इसलिए ही हम अपने पवित्र मेडल पवित्र गंगा मां में बहाने जा रहे हैं।