भारतीय भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह और रेसलर्स के बीच लंबे समय से तनातनी चल रही है। बृजभूषण की गिरफ्तारी को लेकर पहलवानों ने एक महीने तक जंतर-मंतर पर प्रदर्शन किया। बृजभूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया गया है। इस केस में नया मोड़ आ गया है। मीडिया जानकारी के मुताबिक बृजभूषण के खिलाफ केस दर्ज करवाने वाली लड़की बालिग निकली। हालांकि उसके पिता अभी भी उसके नाबालिग होने पर ही अड़े है।
बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन शोषण का केस करने वाली पहलवान रोहतक की रहने वाली है। दिल्ली पुलिस की टीम जांच के लिए रोहतक आई थी। इस दौरान पहलवान का बर्थ सर्टिफिकेट उन्हें स्कूल से मिला। स्कूल से मिले बर्थ सर्टिफिकेट के आधार पर उसके बालिग होने की पुष्टि हुई है। हालांकि उसके पिता ने इसे गलत करार दिया है। उनका दावा है कि उनकी बेटी नाबालिग है।
2 साल पहले 16 साल की थी, 2 साल बाद 17 की हुई
पिता के इस बयान पर कई सवाल खड़े हो रहे है। पिता के अनुसार डेढ़-दो साल पहले रांची में शिविर के दौरान बृजभूषण ने शोषण किया था। उस समय बेटी की उम्र 16 साल थी। ऐसे में सवाल किया जा रहा है कि बेटी अभी तक बालिग कैसे नहीं हुई। पिता ने कहा कि उसकी 2 बेटियां थी। पहली बेटी की 2 साल की उम्र में ही मौत हो गई थी इसलिए बड़ी बेटी के नाम पर ही छोटी का नाम रखा। बेटी की मौत के डेथ सर्टिफिकेट के बारे में पिता ने कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया।
चाचा ने किया मामला उजागर
रोहतक में नाबालिग पहलवान के चाचा ने इस पूरे मामले को उजागर किया है। उन्होनें मीडिया के सामने कहा कि उनकी भतीजी को सरकारी नौकरी का लालच देकर यह आरोप लगाने के लिए कहा गया था। चाचा ने लड़की के जन्म के कुछ सबूत भी मीडिया को दिखाए। इसके बाद दिल्ली पुलिस रोहतक में मामले की जांच के लिए गई। वहां पर स्कूल में मिले बर्थ सर्टिफिकेट के आधार पर पहलवान का बालिग बोने का दावा किया जा रहा है। अगर आरोप लगाने वाली पहलवान बालिग निकली तो बृजभूषण शरण सिंह दर्ज केस को पॉक्सो एक्ट से हटा दिया जाएगा।