Piercing in Islam : मुसलमानों का पवित्र महीना रमजान का समय चल रहा है। पूरी दुनिया के मुसलमान इस समय बुरी बातों से तौबा करके अल्लाह को राजी करने में मसरूफ है। इस्लाम में कई चीजें हराम हैं और कई चीजें हलाल है। हराम का मतलब है कि उनको करनी की मनाही है। जैसे कि नाक और कान छिदवाना (Piercing in Islam) इस्लाम में मर्दों के लिए तो हराम है लेकिन औरतों के लिए कुछ हद तक जायज है। लेकिन उसकी भी कुछ हदें हैं, जहां तक ही महिलाएं नाक कान छिदवा सकती है। आज हम आपको यही जानकारी हदीस की रौशनी में हिंदी में बताने जा रहे हैं। ताकि भारत के आम मुसलमान मर्द और औरत को ये पता चल सके कि वह कान नाक छिदवा सकता है या नहीं।
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क्या इस्लाम में कान नाक छिदवाना हराम है?
जी नहीं, इस्लाम में महिलाओं के लिए नाक छिदवाना हराम नहीं है। कुरान या हदीस में ऐसा कोई स्पष्ट उल्लेख नहीं है जो लड़कियों को कान नाक छिदवाने से रोकता हो। हालांकि कई उलमाओँ का मानना है कि नाक कान छिदवाना केवल महिलाओं के लिए जायज है। पुरुषों को ऐसी चीजों से बचना चाहिए। क्योंकि इस्लाम में मर्द के लिए स्त्री वाली चीजें पहनना और करना नाजायज बताया गया है। रमजान में वे मर्द और खासकर युवा मुस्लिम ध्यान से सुने जो कानों में फैशन की बालियां पहनकर गाने सुनते हुए झूमते हैं। अभी भी वक्त है तौबा कर लो।
मुस्लिम मर्द कान नाक क्यों नहीं छिदवा सकते?
इस्लाम में मर्दों को महिलाओं की विशेषताओं वाले काम करने की मनाही है। जैसे सोना पहनना, चूड़ी पहनना और मेहंदी लगाना। क्योंकि ये सब काम औरतों की सुंदरता के लिए बनाए गए हैं। यही वजह है कि इस्लाम में पुरुषों के लिए नाक कान छिदवाने की इजाजत नहीं है। हज़रत इब्न अब्बास से रिवायत है कि अल्लाह के रसूल सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया कि जो आदमी औरतों की नकल करता है और जो औरत मर्दों की नकल करती है दोनों ही नाजायज है। इसकी बड़ी भारी सजा है। कई मर्द हजरात आजकल कानों में बालियां पहनते है जो कि हराम है।
लड़कियों को इजाजत क्यों है?
मुस्लिम लड़कियों को ही अपनी नाक छिदवाने की खास छूट मिली है। क्योंकि इस्लाम में औरत को खूबसूरत दिखने का हुक्म दिया गया है। और कान नाक में बालियां, लौंग पहनने से वह खूबसूरत नजर आती है। यही वजह है कि इस्लाम में औरतों के लिए कान नाक छिदवाना हराम नहीं है। हालांकि इस्लाम में हर वो काम जिससे शरीर को तकलीफ हो मना है। मोमिन का चेहरा अल्लाह ने बनाया है और इसके साथ किसी तरह की छेड़छाड़ नहीं की जानी चाहिए। हालांकि बच्चियों के कान नाक छिदवाने की भी इजाजत तब तक ही है जब तक उन्हें शदीद दर्द न हो।
इस्लाम में नाभि छेदना मना है
आजकल फैशन के दौर में कई लड़किया अपनी नाभि को छिदवा कर बाली पहन लेती है। इस्लाम में ऐसा करना मर्दों व औरतों दोनों के लिए मना है। क्योंकि नाभि पर ऐसा करने से संक्रमण फैल सकता है। वही इस्लाम में नाभि को छिपाने का हुक्म दिया गया है। तभी तो मुस्लिम महिलाओं को कपड़े ऐसे पहनने के हुक्म है जिनसे नाभि नजर न आती हो। साड़ी पहनने का चलन इसी वजह से मुस्लिम समाज में न के बराबर है। लेकिन आजकल ये चलन बदल रहा है।