जयपुर। केरल पुलिस के ऑनलाइन नागरिक सेवा प्लेटफॉर्म को हैक करने का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। हैकर्स के एक ग्रुप किलसेक ने इस डेटा के बदले में 2.25 लाख रुपए की फिरौती भी मांगी है। इसके लिए उन्होंने बाकायदा पुलिस के बातचीत भी की।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार टेलीग्राम पर हैकर्स ग्रुप किलसेक ने एक पोस्ट शेयर करते हुए इस बात की जानकारी दी थी। उन्होंने पुलिस से एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड बातचीत करने का भी आग्रह करते हुए हैकिंग किए गए डेटा के सबूत भी दिए। साथ ही उन्होंने पुलिस से फिरौती भी मांगी। हालांकि ऐसा हो नहीं पाया और कुछ दिन बाद हैकर्स ने पूरा डेटा डार्क वेब की एक वेबसाइट पर पब्लिश कर दिया।
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अमरीकी टीम ने भी की दावे की पुष्टि
चुराए गए डेटा की कुल साईज 11MB बताई गई है। इस डेटा में आम जनता से जुड़ी रोजमर्रा की जानकारी कलेक्ट बताई गई है। अमरीकी ओपन सोर्स इंटेलीजेंस टीम (OISNT) तथा ऑपरेशनल सिक्योरिटी स्पेशलिस्ट सैम बैंट ने भी घटना की पुष्टि की है। पोर्टल बनाने वाली टाटा कंसल्टेंसी सर्विस ने भी इस संबंध में व्यापक जानकारी दी है।
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क्या-क्या जानकारी है इस चुराए गए डेटा में
यह पूरा डेटा केरल पुलिस के नागरिक सेवा प्लेटफॉर्म ‘थुना’ पोर्टल से चुराया गया था। इसमें पुलिस की जनरल एंट्री यथा एफआईआर की कॉपी, एक्सीडेंट की जनरल डायरी की एंट्री, पुलिस क्लीयरेंस सर्टिफिकेट्स और उनके आवेदकों की जानकारी और दूसरी सामान्य जानकारियां शामिल थी। इनके अलावा ड्राइविंग, पार्किंग, रेत माफिया, ऑनलाइन एक्सटॉर्शन और नकली नोट छापने के फेसबुक विज्ञापन से जुड़ी शिकायतें भी इसमें शामिल हैं।