जयपुर। 4 April ka Itihas : भारत और दुनिया के मामले में 4 अप्रैल का दिन काफी मायने रखता है क्योंकि इस दिन ऐसी घटनाएं हुई हैं जिनको इतिहास के पन्नों स्वर्ण अक्षरों में लिखा गया है। 4 अप्रैल के दिन हुई ऐतिहासिक घटनाओं के बारे में UPSC से लेकर लगभग सभी एग्जाम्स में पूछा जाता है। क्योंकि यही वो दिन था जब भारत में भूकंप से 20 हजार लोगों की मौत हुई तो रानी लक्ष्मीबाई को झांसी छोड़नी पड़ी थी। ऐसे में आप भी इन ऐतिहासिक घटनाओं के बारे में जानकर अपने आपको अपडेट रख सकते हैं। तो आइए जानते हैं…
1768 में फिलिप एस्ले ने माडर्न सर्कस का पहला शो पेश किया गया था।
1769 में पहले एंग्लो-मैसूर युद्ध में हैदर अली ने शांति की शर्तें तय की थी।
1818 में अमेरिका की कांग्रेस ने अमेरिकी झंडे को मंजूरी दी थी।
1858 में हुग रोस की अगुवाई कर रही ब्रिटिश आर्मी के खिलाफ युद्ध के बाद रानी लक्ष्मीबाई को झांसी छोड़नी पड़ी थी। यहां से पहले वह काल्पी पहुंची फिर ग्वालियर।
1904 में हिंदी सिनेमा के गायक और महान कलाकार कुंदन लाल सहगल का जन्म हुआ था।
1905 में भारत की कांगड़ा घाटी में आए भयानक भूकंप से 20 हजार लोगों की मौत हुई थी।
1910 में श्री अरबिंदो पुडुचेरी पहुंचे थे, जो बाद में ध्यान और अध्यात्म का केंद्र बना।
1944 में सेकेंड वर्ल्ड वार में एंग्लो अमेरिकी सेना की बुखारेस्ट में ऑयल रिफाइनरी पर पहली बमबारी हुई थी। इसमें 3000 नागरिकों की मौत हो गई थी।
1968 में मार्टिन लूथर किंग की टेनेसी के मेमफिस में एक मोटेल में हत्या की गई थी।
1968 में नासा ने अपोलो 6 लॉन्च किया गया था।
1975 में बिल गेट्स और पॉल एलेन के बीच भागीदारी हुई। इसके बाद न्यू मैक्सिको के अल्बकर्क में माइक्रोसाफ्ट की स्थापना की गई।
1979 में पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री जुल्फिकार अली भुट्टो को मौत की सजा दी गई।
1983 में अंतरिक्ष शटल चैलेंजर ने अपनी पहली उड़ान भरी थी।
2020 में पूरी दुनिया में कोराना वायरस से 59 हजार से अधिक लोगों की मौत हुई। इस दौरान संक्रमण के मामले 11 लाख के पार हो गए। उस वक्त भारत में कुल मामलों की संख्या 3619 था और मरने वालों का आंकड़ा 100 के करीब पहुंच गई थी।