Alvida Jumma Wazifa : अलविदा माहे रमजान की घड़ी नजदीक आ गई है। माहे रमजान का आखिरी जुम्मा 5 अप्रैल को है। इस बार रमजान में चार जुमे आए हैं। आखिरी जुमे को अलविदा जुमा या जुमातुल विदा कहते हैं। भारत में Alvida Jumma मुस्लिम समुदाय के लिए खास फजीलत रखता है। इस जुमे की नमाज का सवाब कई गुना बढ़ जाता है। हम आपको अलविदा जुमे का वजीफा (Alvida Jumma Wazifa) बता रहे हैं। इस वजीफे को आपको जुमे के दिन करना है और इसके बाद आपकी जिंदगी ही बदल जाएगी। बेपनाह सवाब के साथ ही आपको इस वजीफे की बरकत से रिज्क़ में बढ़ोतरी हो जाएगी।
यह भी पढ़ें: Ramzan me Wazifa : ये वजीफा पढ़ लिया तो रोजे में नहीं लगेगी प्यास, पूरे दिन तरोताजा फील करेंगे
अलविदा जुमा का वजीफा
(Alvida Jumma Wazifa)
इस वजीफे में जुमे की नमाज के बाद अव्वल आखिर दरूद शरीफ 3 बार पढ़ना है। उसके बाद सौ बार अल्लाह का मुबारक नाम या कबीरु पढ़ना है। उसके बाद तीसरे अशरे की दुआ यानी अल्लाहुम्मा अजिरनी मिन्ननार पढ़नी है। इससे जहन्नम की आग से पनाह मिलती है। आखिर में तीन बार दुरूद शरीफ का नजराना पेश कर दें। अलविदा जुमे के दिन ये वजीफा आपकी हर मुश्किल का हल पेश कर देगा।
अलविदा जुमा क्या होता है?
रमजान के आखिरी जुमे यानी शुक्रवार को ही अलविदा जुमा भी कहा जाता है। नबी ए करीम ने इस दिन की खासी फजीलत बयान की है। रमजान के सारे ही जुम्मे अहम होते हैं, लेकिन Alvida Jumma सबसे अहम दर्जा रखता है। जुमातुल विदा के दिन अल्लाह की खास रहमतें नाजिल होती हैं। इस जुमे का खुत्बा भी अलग होता है। रमजान का महीना 11 मार्च 2024 से शुरु हुआ है। इस बार रमजान में चार जुमे आए हैं। ऐसे में रमजान का आखिरी जुम्मा (Alvida Jumma) 5 अप्रैल 2024 को है।
यह भी पढ़ें : Alvida Jumma Jaipur : अलविदा जुमा की नमाज जयपुर में कहां और कब होगी, नोट कर लें
अलविदा जुमे की नमाज का तरीका (Jume ki Namaz)
जुहर की नमाज में 12 रकात होती है। लेकिन अलविदा जुमे की नमाज में कुल 14 रकात होती है। जुम्मा की नमाज में सुन्नत, फर्ज और नफ्ल नमाज मिलाकर 14 रकात नमाज अदा की जाती है। सबसे पहले 4 रकात सुन्नत अकेले में पढ़ लें। फिर 2 रकात फर्ज इमाम साहब के पीछे पढ़ी जाएगी। उससे पहले खुत्बा होगा। इसके बाद जुम्मे की 4 रकात सुन्नत नमाज पढ़ें। इसके बाद फिर 2 रकात सुन्नत और आख़िर में 2 रकात नफ्ल नमाज पढ़ी जाएगी।